देश के किसी हिस्से में कश्मीरी सुरक्षित नहीं: प्रशांत भूषण
नई दिल्ली। मानवाधिकार कार्यकर्ता व सुप्रीम कोर्ट के जानेमाने वकील प्रशांत भूषण ने कहा है कि सांप्रदायिक ताकतों का देश के हर क्षेत्र में बोलबाला होने की वजह से देश के किसी हिस्से में आज कोई कश्मीरी सुरक्षित नहीं है। भूषण ने केंद्र सरकार से अनुरोध किया कि वह जल्द से जल्द कश्मीर समस्या का हल खोजे।
By Edited By: Updated: Wed, 06 Mar 2013 04:56 PM (IST)
नई दिल्ली। मानवाधिकार कार्यकर्ता व सुप्रीम कोर्ट के जानेमाने वकील प्रशांत भूषण ने कहा है कि सांप्रदायिक ताकतों का देश के हर क्षेत्र में बोलबाला होने की वजह से देश के किसी हिस्से में आज कोई कश्मीरी सुरक्षित नहीं है। भूषण ने केंद्र सरकार से अनुरोध किया कि वह जल्द से जल्द कश्मीर समस्या का हल खोजे।
प्रशांत भूषण ने कहा कि कश्मीर में कश्मीरियों को दबाने के लिए सेना जिम्मेदार है वहीं हिंदू कंट्टरपंथियों सहित सांप्रदायिक ताकतें देश के हर हिस्से में कश्मीरियों को आतंकित करने में लगे हैं। भूषण ने कहा कि आप कैसे उम्मीद कर सकते हैं कि एक कश्मीरी भारत के किसी क्षेत्र में सुरक्षित है जहां पुलिस किसी को मुठभेड़ में मार देती है। भूषण ने कश्मीर में एक स्थानीय समाचार एजेंसी से बात करते हुए यह बातें कही। इतना ही नहीं भूषण ने तो कहा कि अफजल गुरु की फांसी से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश की बदनामी हुई है। हैदराबाद में कश्मीरी छात्र की रहस्यमय परिस्थिति में हुई मौत पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रशांत भूषण ने कहा कि कश्मीरी आज देश के किसी हिस्से में सुरक्षित नहीं हैं। देश के हर हिस्से में अराजकता है, कानून व्यवस्था का नामो-निशान नहीं है। उन्होंने कहा कि कश्मीरी तो कश्मीरी आज कोई भारतीय नागरिक कहीं सुरक्षित नहीं है। पूरे देश में पुलिस फर्जी मुठभेड़ों में लिप्त है। इसके साथ ही हिंदू प्रायोजित आतंकवाद अपने चरम पर है। कश्मीरी लोगों को आज देश के हर हिस्से में दबाया जा रहा है। प्रशांत भूषण ने कहा कि अफजल गुरु को फांसी से पहले अपने परिवार से भी मिलने नहीं दिया गया, इससे भारत का असली चेहरा उजागर हो गया। उन्होंने केंद्र सरकार से कश्मीर व पूर्वोत्तर से एएफएसपीए हटाने का अनुरोध करते हुए कहा कि कश्मीर में यही कानून सभी बुराइयों की जड़ है। सेना लोगों को दबा रही है। उन्होंने कहा कि सेना व सरकार जितना लोगों को दबाएगी देश के खिलाफ वहां के लोगों की नाराजगी बढ़ेगी।
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