नई दिल्ली। भाजपा पर दिल्ली में सरकार बनाने के लिए खरीद-फरोख्त के आरोप को लेकर भाजपा ने केजरीवाल पर एक करोड़ रुपये का मानहानि का दावा ठोक दिया है। भाजपा की ओर से केजरीवाल को कानूनी नोटिस भेजा गया है। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भाजपा पर सरकार बनाने के लिए विधायकों की खरीद फरोख्त करने का आरोप लगाया था।
By Edited By: Updated: Thu, 17 Jul 2014 06:45 PM (IST)
नई दिल्ली। भाजपा पर दिल्ली में सरकार बनाने के लिए खरीद-फरोख्त के आरोप को लेकर भाजपा ने केजरीवाल पर एक करोड़ रुपये का मानहानि का दावा ठोक दिया है। भाजपा की ओर से केजरीवाल को कानूनी नोटिस भेजा गया है। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भाजपा पर सरकार बनाने के लिए विधायकों की खरीद फरोख्त करने का आरोप लगाया था। इस आरोप पर भाजपा के वरिष्ठ नेता और गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भाजपा न तो कभी विधायकों की खरीद-फरोख्त की है और न ही ंभविष्य में करेगी। भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि फिलहाल भाजपा ने दिल्ली में सरकार बनाने का कोई फैसला नहीं किया है। इस तरह के आरोप लगाने के बजाय केजरीवाल को सबूत पेश करना चाहिए।
हालांकि इस हालात में सबकुछ दिल्ली के उपराज्यपाल पर निर्भर है। देखना यह है कि उप राज्यपाल भाजपा को सरकार बनाने के लिए बुलाते हैं या नहीं।
इन सब बातों के बीच आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भाजपा को सरकार बनाने का न्यौता देने की अटकलों के बीच उपराज्यपाल नजीब जंग पर हमला बोला है। उनका कहना है कि क्या उपराज्यपाल भाजपा को सरकार बनाने के लिए नहीं बुलाने का जोखिम ले सकते हैं? उनका कहना है कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र में राजग की सरकार बनते ही पूर्व की यूपीए सरकार द्वारा नियुक्त राज्यपालों को हटाने का अभियान तेजी से चल रहा है। ऐसे में सरकार के खिलाफ जाकर दिल्ली के उपराज्यपाल इतना बड़ा जोखिम ले सकते हैं? केजरीवाल ने कहा कि अगर उपराज्यपाल भाजपा को सरकार बनाने के लिए नहीं बुलाते हैं तो क्या उनका हश्र भी उन राज्यपालों जैसा तो नहीं होगा जिन्हें नई सरकार आते ही हटा दिया गया या हटाए जाने वाले हैं। केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा है कि जंग को विधायकों के समर्थन पत्र के बिना भाजपा को सरकार बनाने का न्योता नहीं देना चाहिए। सूत्रों ने दावा किया है कि एलजी भाजपा को आज सरकार बनाने के लिए आमंत्रित कर सकते हैं। भाजपा इसे स्वीकार करेगी..हालांकि पार्टी के पास अभी भी कांग्रेस के छह विधायकों का स्पष्ट समर्थन नहीं है। लेकिन भाजपा को भरोसा है कि एक बार सरकार बन जाने के बाद वह आसानी से विधायकों का समर्थन हासिल कर लेगी।
इसी आशंका के मद्देनजर केजरीवाल ने गुरुवार को लगातार कई ट्वीटों में कहा कि एलजी अपनी कुर्सी बचाएंगे या संविधान की रक्षा करेंगे। देश इसे गौर से देखेगा। जब किसी दल (भाजपा) ने सरकार बनाने से इन्कार कर दिया हो, क्या एलजी फिर उसी पार्टी को उसी विधानसभा के कार्यकाल में सरकार बनाने के लिए दोबारा आमंत्रित कर सकते हैं? पहले एलजी को समर्थन करने वालें विधायकों की सूची मांगनी चाहिए। फिर संतुष्ट होने के बाद ही कोई फैसला लेना चाहिए। केजरीवाल ने यह भी कहा कि जंग यदि भाजपा को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करते हैं तो वह खरीद-फरोख्त को बढ़ावा देंगे। गौरतलब है कि दिल्ली के उप राज्यपाल नजीब जंग की नियुक्ति यूपीए सरकार के दौरान हुई थी। पढ़ें:
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