दो दरोगा छुट्टी पर, दिल्ली सरकार काम पर
दो दिन तक चले हाईवोल्टेज ड्रामे के बाद दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार और केंद्र के बीच चल रहा टकराव फिलहाल खत्म हो गया है। दिल्ली पुलिस के दो अधिकारियों को छुट्टी पर भेजे जाने के साथ ही मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार देर शाम अपना धरना समाप्त करने का एलान कर दिया।
By Edited By: Updated: Wed, 22 Jan 2014 01:25 PM (IST)
नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। दो दिन तक चले हाईवोल्टेज ड्रामे के बाद दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार और केंद्र के बीच चल रहा टकराव फिलहाल खत्म हो गया है। दिल्ली पुलिस के दो अधिकारियों को छुट्टी पर भेजे जाने के साथ ही मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार देर शाम अपना धरना समाप्त करने का एलान कर दिया।
लगातार होती आलोचना के बाद केंद्र और केजरीवाल दोनों ही नरम पड़े और बीच का रास्ता निकालने को तैयार हो गए। उपराज्यपाल से फोन पर हुई बातचीत में सहमति के इस फार्मूले पर सहमति बनी। इससे पहले धरनास्थल रेल भवन पर पुलिस और आप कार्यकर्ताओं के बीच हुई झड़प में दोनों पक्षों के 35 लोग घायल हो गए। पुलिस ने कार्यकर्ताओं पर हल्का बल प्रयोग किया, जिसकी चपेट में एक पत्रकार भी आ गया। धरना खत्म करने की घोषणा करते हुए केजरीवाल ने कहा कि 'हम उपराज्यपाल महोदय की अपील का सम्मान करते हैं। दिल्ली पुलिस को दिल्ली के लोगों और दिल्ली की चुनी हुई सरकार के प्रति जवाबदेह बनाने के लिहाज से यह एक ठोस कदम है। हम इस लिहाज से अपने प्रयास आगे भी जारी रखेंगे।' इस समझौते तक पहुंचने के लिए दोनों ही पक्षों को पीछे हटना पड़ा। केजरीवाल पांच अधिकारियों के निलंबन की मांग कर रहे थे। मगर सिर्फ दो अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई हुई। मालवीय नगर के एसएचएओ विजय पाल और पहाड़गंज के पीसीआर इंचार्ज संजय सिंह को जांच पूरी होने तक छुंट्टी पर भेज दिया गया। शाम लगभग साढ़े सात बजे हुए इस एलान से पहले सरकार और आप नेताओं के बीच नफा-नुकसान तौलने की कवायद चलती रही। दोपहर लगभग तीन बजे के बाद से ही आप नेता बंद कमरे में बैठक कर सरकारी प्रस्ताव पर विचार कर रहे थे। आखिरकार इस फार्मूले पर पार्टी ने सहमति दे दी।
इससे पहले सरकार में भी कई स्तर पर चर्चाएं हुई। यहां तक कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के बीच बैठक में भी इस गतिरोध पर चर्चा हुई। उससे पहले गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के बीच बातचीत हुई। दिल्ली और केंद्र सरकार के बीच सोमवार से जारी इस टकराव और गणतंत्र दिवस परेड में समस्या की आशंका से तो सरकार चिंतित थी ही, पूरे मामले में आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल को भी जम कर आलोचना झेलनी पड़ रही थी। समझौते के बाद अपने पक्ष को सही ठहराते हुए केजरीवाल ने कहा कि उपराज्यपाल ने तीनों मामलों में न्यायिक जांच का आदेश किया है। हम अधिकारियों को हटाने की मांग कर रहे थे, ताकि जांच निष्पक्ष हो सके। अन्य अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने पर सफाई देते हुए उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि सागरपुर में पुलिस पहले दोषियों को नहीं पकड़ रही थी। लेकिन अब उनके खिलाफ कार्रवाई कर दी गई है।
केजरीवाल ने माना कि धरने के दौरान लोगों को काफी असुविधा हुई। हालांकि उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार मेट्रो स्टेशन बंद किए जाने और जगह-जगह बैरियर लगाने के खिलाफ थी। लोगों को असुविधा से बचाया जा सकता था। केजरीवाल ने धरने के दौरान कार्यकर्ताओं, पुलिस वालों और एक पत्रकार के जख्मी होने की कठोर निंदा की। पढ़ें: केजरीवाल बचकानी हरकत पर उतारू: भाजपा
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