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केदारनाथ मंदिर के नुकसान का आंकलन करेगा एएसआइ

नई दिल्ली। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग [एएसआइ] उत्तराखंड में आए भीषण बाढ़ की वजह से प्राचीन केदारनाथ मंदिर को हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए पांच सदस्यीय दल वहां भेजेगा। यह दल वहां सही तरीके से आंकलन करेगा ताकि पवित्र तीर्थ स्थल के पुननिर्माण का कार्य उचित तरीके से किया जा सके।

By Edited By: Updated: Sat, 29 Jun 2013 04:48 PM (IST)

नई दिल्ली। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग [एएसआइ] उत्तराखंड में आए भीषण बाढ़ की वजह से प्राचीन केदारनाथ मंदिर को हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए पांच सदस्यीय दल वहां भेजेगा। यह दल वहां सही तरीके से आंकलन करेगा ताकि पवित्र तीर्थ स्थल के पुननिर्माण का कार्य उचित तरीके से किया जा सके।

देहरादून और दिल्ली से पांच सदस्यों का विशेषज्ञ दल केदारनाथ जाएगा ताकि उत्तराखंड में 16 जून को आए भीषण बाढ़ व भूस्खलन से पवित्र केदारनाथ मंदिर को हुए नुकसान का सही-सही आंकलन कर सकेगा। गौरतलब है कि केदारनाथ भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग द्वारा संरक्षित क्षेत्र नहीं है।

अधिकारियों ने बताया कि एएसआई के अतिरिक्त महानिदेशक बी आर मणि के नेतृत्व में पांच सदस्यीय एक दल रविवार को केदारनाथ के लिए रवाना होगा। उन्होंने कहा कि यह दल प्राचीन मंदिर को हुए नुकसान का जायजा लेगा और मुख्यमंत्री को अपनी रिपोर्ट सौंपेगा ताकि राज्य सरकार की मदद से मरम्मत के कार्यो के लिए एक रूपरेखा तैयार किया जा सके। एएसआई को इस तरह के कार्य का न केवल भारत में अनुभव है बल्कि उसने कंबोडिया में भी ऐसा कार्य किया है।

उधर, राज्य के संस्कृति मंत्री चंद्रेश कुमारी कटोच ने कहा कि एएसआई केदारनाथ मंदिर तथा उत्तराखंड में बाढ़ की वजह से क्षतिग्रस्त हुए अन्य महत्वपूर्ण स्थलों के मरम्मत के काम में मदद करेगी।

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