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सीबीआइ की तरह काम कर रहा चुनाव आयोग : आजम

अपने जहरीले बोल के चलते चुनाव आयोग की बंदिश झेल रहे उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री आजम खां अब आयोग पर ही हमलावर हो गए। रविवार को उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग भी सीबीआइ की तरह केंद्र सरकार के इशारे पर काम कर रहा है।

By Edited By: Updated: Sun, 13 Apr 2014 05:32 PM (IST)

रामपुर [जासं]। अपने जहरीले बोल के चलते चुनाव आयोग की बंदिश झेल रहे उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री आजम खां अब आयोग पर ही हमलावर हो गए। रविवार को उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग भी सीबीआइ की तरह केंद्र सरकार के इशारे पर काम कर रहा है।

आयोग अगर मेरे और अमित शाह के बयान में अंतर नहीं देख सकता तो ये दुर्भाग्यपूर्ण है। इंसाफ नहीं मिला तो आयोग को अदालत ले जाएंगे। आजम व शाह पर 11 अप्रैल को आयोग ने रैली व सभा करने पर रोक लगा दी थी।

पाबंदियों से घिरे नगर विकास मंत्री ने कहा, आयोग अगर राजनीतिक नुकसान पहुंचाने के लिए राजनीति करेगा तो लोकतंत्र खत्म हो जाएगा। गाजियाबाद में भाषण देने के मामले में हमें और केंद्रीय मंत्री अजित सिंह को एक जैसे नोटिस दिए गए थे, लेकिन कार्रवाई सिर्फ मेरे खिलाफ की गई। अजित का कुछ नहीं बिगड़ा क्योंकि, वे केंद्र में शामिल हैं। उन्होंने सीधा आरोप लगाया कि चुनाव आयोग कांग्रेस के इशारे पर हमारा मुंह बंद करना चाहता है। हमने आयोग में पुनर्विचार के लिए अर्जी दी है। इंसाफ नहीं मिला तो अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे। मुझ पर लगाए गए आरोप करोड़ों मुसलमानों को जलील करने वाला है। मेरे कहने का मतलब था 'आइएसआइ एजेंट के रूप में प्रचारित किया जाने वाला मुसलमान भी कारगिल युद्ध में देश की ओर से लड़ा था।' आजम के आरोपों पर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव केसी मित्तल ने कहा कि ये निराधार है और उनकी कल्पनाओं पर आधारित है। चुनाव आयोग अपने विवेक पर काम करता है, किसी दबाव में नहीं।

अब बिजनौर में आजम पर मुकदमा दर्ज

बिजनौर [जासं]। जहरीले बयान देने के मामले में सूबे के कैबिनेट मंत्री आजम खां की परेशानियां कम होने का नाम ही नहीं ले रही हैं। रविवार को आजम खां के खिलाफ दो दिन पहले नहटौर में हुई चुनावी सभा केदौरान भड़काऊ भाषण देने पर मुकदमा दर्ज हुआ है।

बता दें कि 11 अप्रैल को मो. आजम खां ने नहटौर में सपा प्रत्याशी यशवीर सिंह के समर्थन में जनसभा को संबोधित किया था। उस दौरान मंत्री ने न केवल भड़काऊ भाषण दिया, बल्कि धर्म के आधार पर लोगों को बांटकर सपा के पक्ष में मतदान करने को कहा था। मंत्री ने इस दौरान भीड़ को मीडिया कर्मियों पर हमले के लिए भी उकसाया था। लगातार दो दिन से पुलिस-प्रशासन मंत्री के खिलाफ कार्रवाई करने को लेकर मंथन कर रहा था। मामले की जांच करने के बाद रविवार को देर शाम पुलिस ने मंत्री के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया।

गौरतलब है कि प्रदेश के कद्दावर नेता आजम खां के खिलाफ चुनाव आयोग की सख्ती के बाद से भड़काऊ भाषण देने के मामले में अब तक अलग-अलग स्थानों पर पांच मामले दर्ज हो चुके हैं। 11 अप्रैल को चुनाव आयोग ने आजम खां और भाजपा के प्रदेश प्रभारी अमित शाह पर चुनावी रैली को संबोधित करने की रोक लगा दी थी। साथ ही हिदायत दी थी कि इनके खिलाफ जांच करके जल्द से जल्द मुकदमे दर्ज किए जाएं। इसी कड़ी में शनिवार को आजम पर रामपुर, सम्भल, गाजियाबाद और शामली में मुकदमे दर्ज हुए थे।

पढ़ें: आजम खां को जान से मारने की धमकी