बदायूं कांड: पीड़ित परिवार का भी होगा नार्को टेस्ट
लखनऊ। बदायूं के गांव कटरा सआदतगंज कांड के पीड़ित परिवार से दो दिन तक लगातार पूछताछ के बाद सीबीआइ ने किशोरियों के पिता, चाचा व मुख्य गवाह का भी नार्को, लाइ डिटेक्टर व ब्रेन मैपिंग टेस्ट कराने का मन बनाया है। सीबीआइ ने इसके लिए उन लोगों की सहमति भी हासिल कर ली है। माना जा रहा है कि आरोपियों के तीनों टेस्ट परिणामों
By Edited By: Updated: Mon, 23 Jun 2014 10:58 PM (IST)
लखनऊ। बदायूं के गांव कटरा सआदतगंज कांड के पीड़ित परिवार से दो दिन तक लगातार पूछताछ के बाद सीबीआइ ने किशोरियों के पिता, चाचा व मुख्य गवाह का भी नार्को, लाइ डिटेक्टर व ब्रेन मैपिंग टेस्ट कराने का मन बनाया है। सीबीआइ ने इसके लिए उन लोगों की सहमति भी हासिल कर ली है। माना जा रहा है कि आरोपियों के तीनों टेस्ट परिणामों के सामने आने के बाद ही सीबीआइ इस पर आखिरी फैसला करेगी।
जेल में पांचों आरोपियों से पूछताछ करने के बाद सीबीआइ ने पीड़ित परिवार व रिश्तेदारों से पूछताछ शुरू की। दो दिन तक पीड़ितों के घर से लेकर कैंप कार्यालय तक इन लोगों से कई दौर में बातचीत की। पूछताछ के आधार पर जांच को आगे बढ़ाते हुए सीबीआइ ने अब दोनों किशोरियों के पिता सोहनलाल व जीवन लाल, चाचा राम बाबू व मुख्य गवाह बाबूराम उर्फ नजरू का भी नार्को, लाइ डिटेक्टर व ब्रेन मैपिंग टेस्ट कराने की योजना तैयार की है। इसके लिए जांच एजेंसी ने पीड़ित परिजनों की सहमति भी ले ली है। किशोरियों के पिता ने बताया कि सीबीआइ ने टेस्ट के बारे में पूछा तो हम लोगों ने साफ कह दिया कि हम किसी भी मशीन से टेस्ट कराने को तैयार हैं। अगर मामले में कहीं रंचमात्र भी हम लोगों का कोई कुसूर निकले तो फांसी के फंदे पर लटका दिया जाए। हम लोगों की एक ही ख्वाहिश है कि हमें न्याय मिले और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले। सीबीआइ के कुछ लोगों ने कल भी कटरा सआदतगज में आम लोगों से इस वारदात के बारे में चर्चा करके हकीकत की टोह लेने की कोशिश की। इसके अलावा सुबह से ही पूछताछ के लिए एक नेता को बुलाए जाने की चर्चा रही, जिसके कारण मीडिया से जुड़े तमाम लोग मंडी समिति के गेट पर पहुंच गए, लेकिन बाद में वह चर्चा सिर्फ अफवाह निकली। इससे पहले कटरा सआदतगंज कांड की जांच शुरू करने के बाद सीबीआइ ने इसमें नामजद पांचों आरोपियों से जेल में पूछताछ की। सभी आरोपियों का नार्को, लाइ डिटेक्टर व ब्रेन मैपिंग टेस्ट कराने के लिए कोर्ट में अर्जी दी। कोर्ट ने आरोपियों की सहमति लेने के बाद टेस्ट की अनुमति दे दी। किशोरियों की सहेलियों से भी होगी पूछताछ
सीबीआइ ने कटरा सआदतगंज के सरस्वती ज्ञान मंदिर विद्यालय से दोनों किशोरियों के सहपाठियों की सूची निकलवाई है। माना जाता है कि इसी सूची के आधार सीबीआइ किशोरियों की सहेलियों तक पहुंचकर उनसे भी पूछताछ कर सकती है। सीबीआइ मामले से जुड़े सभी पहलुओं को खंगालने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। इसी क्रम में सीबीआइ की टीम ने सरस्वती ज्ञान मंदिर विद्यालय से भी संपर्क किया, जहां दोनों किशोरियों ने कक्षा छह व आठ की परीक्षाएं दी थीं। सीबीआइ ने यहां से दोनों किशोरियों के सहपाठियों की सूची हासिल की। बताया जाता है कि सीबीआइ इस सूची के आधार पर किशोरियों की सहेलियों तक पहुंच सकती है। उनसे पूछताछ कर किशोरियों के बारे में जानकारी जुटाने का प्रयास कर सकती है। विद्यालय से जुड़े सूत्रों के अनुसार दोनों किशोरियां पढ़ाई में बेहद मेधावी थीं। विद्यालय में उनका सहपाठियों के साथ व्यवहार भी अच्छा रहा। लड़कियों की तलाश करने वालों से हुई पूछताछ
बदायूं, जागरण संवाददाता। सीबीआइ टीम सोमवार को फिर से कटरा सआदतगंज पहुंची। टीम ने गांव में उस स्थान का फिर से निरीक्षण किया, जहां मुख्य गवाह नजरू ने मुख्य आरोपी पप्पू के साथ हाथापाई हुई थी। सीबीआइ ने वारदात वाली रात चचेरी बहनों की तलाश करने परिजनों के साथ गए नौ लोगों से करीब डेढ़ घंटे तक पूछताछ की। इसके बाद टीम पीड़ित परिजनों के घर पहुंची, जहां परिजनों से भी बातचीत की। सोमवार को सीबीआइ टीम 11 बजे कटरा सआदतगंज पहुंच गई। गांव पहुंचने के बाद टीम उस स्थान पर पहुंची, जहां नजरू ने घटना से पहले अपने साथ हाथापाई होना बताया था। टीम ने लड़कियों की तलाश को परिजनों के गए दिगपाल शाक्य, मुनेंद्र शाक्य, पुष्पेंद्र शाक्य, नेम सिंह, वेद प्रकाश, अमर सिंह, विजय सिंह, वीरपाल और चंद्रपाल को मौके पर बुलवाया। टीम ने सभी से अकेले में अलग-अलग पूछताछ की। बता दें कि इन लोगों से पहले भी मंडी समिति गेस्ट हाउस स्थित अपने कैंप कार्यालय में सीबीआइ पूछताछ कर चुकी है। इन लोगों ने स्वीकार किया था कि वारदात वाली रात में सूचना मिलने पर ये लोग किशोरियों की तलाश में गए थे। सीबीआइ ने सबसे यह भी जानकारी ली कि ढूंढ़ने के लिए किधर से और कहां-कहां गए। इसके बाद पीड़ित परिजनों के घर जाकर घर के सदस्यों से बातचीत की। करीब आधा घंटा परिवार के लोगों से बातचीत कर सीबीआइ टीम दोपहर तीन बजे गांव से वापस चली आई। घटना से जुड़े सभी लोगों से अलग-अलग हो रही पूछताछ से गांव में दहशत का माहौल दिखाई दिया। इधर टीम के कुछ सदस्य मंडी समिति गेस्ट हाउस स्थित कैंप कार्यालय में अब तक जुटाए गए साक्ष्यों का अध्ययन करते रहे। वीरेंद्र से भी हुई पूछताछ कटरा सआदतगंज में सुबह करीब आठ बजे सीबीआइ के एक अफसर पहुंचे। उन्होंने मृतक चचेरी बहनों के भाई वीरेंद्र से अकेले में करीब आधे घंटे तक पूछताछ की। पूछताछ के बाद वह अफसर वहां से चले आए। । शादी बाद वजन बढ़ना तलाक का आधार नहीं: कोर्ट