भाजपा का केंद्र पर आरोप, दोनों हाथों से सरकार ने की लूट
संसद के अंतिम सत्र की समाप्ति के बाद लोकसभा में भाजपा की नेता सुषमा स्वराज ने शनिवार को कहा कि सत्र के दौरान भाजपा ने कुछ बाधा उत्पन्न जरूर की लेकिन वह सरकार की जवाबदेही बनाने के लिए थी। लेकिन इसके बाद भी सरकार ने अपने नकारेपन का सबूत दिया। उन्होंने आम चुनाव के मद्देनजर कहा कि भाजपा इस चुनाव में केंद्र
By Edited By: Updated: Sat, 22 Feb 2014 02:09 PM (IST)
नई दिल्ली। संसद के अंतिम सत्र की समाप्ति के बाद लोकसभा में भाजपा की नेता सुषमा स्वराज ने शनिवार को कहा कि सत्र के दौरान भाजपा ने कुछ बाधा उत्पन्न जरूर की लेकिन वह सरकार की जवाबदेही बनाने के लिए थी। लेकिन इसके बाद भी सरकार ने अपने नकारेपन का सबूत दिया। उन्होंने आम चुनाव के मद्देनजर कहा कि भाजपा इस चुनाव में केंद्र के नकारेपन और भाजपा के सुशासन को लेकर उतरेगी। उन्होंने केंद्र पर देश को लूटने का भी आरोप लगाया।
सुषमा ने कहा कि यूपीए 2 के दौरान सरकार ने न सिर्फ आमजन को निराश किया है वहीं उसने अपने ऊपर उठने वाले सवालों को गैरवाजिब तरीके से दबाने की कोशिश की गई। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने कई मामलों में कैग की भूमिका और उसकी रिपोर्ट को नकारा बल्कि सतर्कता आयोग के भी सम्मान को ठेस पहुंचाई है। शीतकालीन सत्र के बाद भाजपा की इस प्रेस कांफ्रेंस में राज्यसभा में पार्टी के नेता अरुण जेटली भी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि यूपीए 2 सरकार जिस वक्त आई थी उस वक्त लोगों को इससे बहुत उम्मीदें थीं। लेकिन अब जब यह सरकार जाने वाली है तो सभी वर्ग का व्यक्ति निराश है। उनका कहना था कि इस दौरान सत्र के अंतिम दिन प्रधानमंत्री को जो वक्तव्य देना चाहिए था, इस बार वह भी उन्होंने नहीं दिया। जेटली ने आरोप लगाया कि हर संवेदनशील मुद्दे पर प्रधानमंत्री हमेशा की ही तरह मौन रहे और उनकी सरकार निर्णय ले पाने में पूरी तरह से नाकाम रही। इसकी वजह से महंगाई बढ़ी और देश को आर्थिक संकट से जूझना पड़ा। इस प्रेस कांफ्रेंस में भाजपा ने केंद्र पर दोनों हाथों से लूट करने का आरोप लगाया। पार्टी ने कहा कि हर सत्र में सरकार के एक भ्रष्टाचार कांड का खुलासा सभी के सामने आया।
सत्र अंतिम दिन धुल गई नाराजगीसोनिया की तारीफ में सुषमा ने पढ़े कसीदे जेटली और सुषमा ने कहा कि आम चुनाव के बाद जो भी भूमिका जनता उन्हें देगी वह उसको पूरी जिम्मेदारी से निभाएंगे। उन्होंने कहा कि यदि उनकी केंद्र में सरकार बनी तो कैग और सतर्कता आयोग के सम्मान की बहाली उनका सबसे पहला मुद्दा होगा।