दिल्ली में बूथ प्रबंधन में जुटी भाजपा
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के प्रदेश के भाजपा नेताओं को चुनाव जीतने के लिए दिया गया मंत्र 'बूथ जीतो, चुनाव जीतो' को साकार करने के लिए दिल्ली प्रदेश भाजपा ने बूथ प्रबंधन का काम शुरू कर दिया है। इसके लिए बूथों को अलग-अलग श्रेणी में विभाजित किया जा
By Sanjay BhardwajEdited By: Updated: Mon, 05 Jan 2015 09:32 AM (IST)
नई दिल्ली [राज्य ब्यूरो]। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के प्रदेश के भाजपा नेताओं को चुनाव जीतने के लिए दिया गया मंत्र 'बूथ जीतो, चुनाव जीतो' को साकार करने के लिए दिल्ली प्रदेश भाजपा ने बूथ प्रबंधन का काम शुरू कर दिया है। इसके लिए बूथों को अलग-अलग श्रेणी में विभाजित किया जा रहा है, जिससे मजबूत व कमजोर बूथ की पहचान हो सके। गौरतलब है कि शाह ने दिल्ली के नेताओं के साथ बीते वर्ष के नवंबर में हुई पहली बैठक में ही बूथ प्रबंधन मजबूत करने का निर्देश दिया था।
इसी तरह से राष्ट्रीय संगठन महामंत्री रामलाल ने भी पिछले दिनों हुई प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में दिल्ली के नेताओं व कार्यकर्ताओं को बूथ जीतकर चुनाव जीतने का मंत्र दिया था। इसके लिए पन्ना प्रमुखों की भी तैनाती की गई है, जिनकी जिम्मेदारी 60 से लेकर 80 मतदाताओं तक केंद्र सरकार व भाजपा की उपलब्धियां बताकर उन्हें मतदान केंद्र तक पहुंचाना है। प्रत्येक बूथ के लिए बन रही रणनीति
इसके साथ ही प्रत्येक बूथ के लिए अलग से चुनावी रणनीति तैयार की जा रही है। कारगर रणनीति तैयार करने के लिए प्रत्येक बूथ का बारीकी से अध्ययन किया जा रहा है, जिसके लिए पिछले वर्ष हुए विधानसभा चुनाव तथा लोकसभा चुनाव में भाजपा को मिले मतों को आधार बनाया जा रहा है। पार्टी नेताओं ने बताया कि इस बात की पड़ताल की जा रही है कि विभिन्न बूथों पर दोनों चुनावों में भाजपा की स्थिति कैसी रही है। इसके आधार पर इन्हें विभिन्न श्रेणियों में वर्गीकृत किया जाएगा। जिन बूथों पर भाजपा की स्थिति मजबूत है उसे चुनाव में बरकरार रखने तथा उससे ज्यादा मत हासिल करने की कोशिश की जाएगी।
इसके साथ ही जिन बूथों पर पार्टी की अन्य विरोधी पार्टियों से कांटे की टक्कर होती रही है, वहां विरोधियों को मात देने के लिए रणनीति तय की जाएगी। इसी तरह से कमजोर बूथों पर इसके कारणों की पड़ताल कर स्थिति मजबूत करने के लिए ज्यादा संख्या में कार्यकर्ताओं को तैनात किया जाएगा। भाजपा नेताओं का कहना है कि पड़ोसी राज्य हरियाणा में हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में भी बूथों की पहचान का काम किया गया था, जिससे वहां चुनाव जीतने में खासी मदद मिली थी। इसलिए दिल्ली में भी इस रणनीति पर काम करने का फैसला लिया गया है।पढ़ें : दिल्ली के दंगल में सेलिब्रिटी सांसदों का सहारा लेगी भाजपा पढ़ें : दिल्ली : भाजपा के चुनाव प्रचार में उतरे ऑटो चालक