भाजपा ने बागी जसवंत को 6 साल के लिए पार्टी से निकाला
बाड़मेर से टिकट न मिलने के बाद बागी तेवर अपना चुके जसवंत सिंह को आखिरकार भाजपा ने पार्टी से बाहर कर दिया है। उन्हें छह साल के लिए भाजपा से निष्कासित किया गया है। इससे पहले नामांकन वापस लेने संबंधी तमाम अटकलों को खारिज करते हुए जसवंत सिंह ने कहा था कि वह बाड़मेर संसदीय सीट पर डटे रहेंगे। इस मुद्दे पर भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने उनसे संपर्क नहीं किया है। लिहाजा कदम पीछे खींचने का कोई मतलब नहीं है।
नई दिल्ली [जागरण न्यूज नेटवर्क]। बाड़मेर से टिकट न मिलने के बाद बागी तेवर अपना चुके जसवंत सिंह को आखिरकार भाजपा ने पार्टी से बाहर कर दिया है। उन्हें छह साल के लिए भाजपा से निष्कासित किया गया है। इससे पहले नामांकन वापस लेने संबंधी तमाम अटकलों को खारिज करते हुए जसवंत सिंह ने कहा था कि वह बाड़मेर संसदीय सीट पर डटे रहेंगे। इस मुद्दे पर भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने उनसे संपर्क नहीं किया है। लिहाजा कदम पीछे खींचने का कोई मतलब नहीं है।
बाड़मेर [राजस्थान] में 17 अप्रैल को चुनाव होगा और शनिवार को नामांकन वापस लेने का अंतिम दिन था। नामांकन वापस न लेने के बाद देर शाम पार्टी ने उनके निष्कासन का फैसला कर लिया। पार्टी के संविधान के अनुसार अगर कोई पार्टी का नेता आधिकारिक उम्मीदवार के खिलाफ चुनाव में खड़ा होता है तो उसके खिलाफ निष्कासन की कार्रवाई होगी। इसी के तहत यह कार्रवाई की गई। हालांकि इससे पहले भी जिन्ना की तारीफ करने के कारण पार्टी ने उन्हें छह साल के लिए बाहर का रास्ता दिखा था। लेकिन नितिन गडकरी के अध्यक्षीय कार्यकाल में वह पार्टी में फिर से शामिल हो गए थे।