आदित्यनाथ को रोके जाने से हिंदू संगठनों में उबाल
गोरखपुर के सांसद योगी आदित्यनाथ को झांसी जाने से रोकने पर भड़के हिंदू संगठनों ने सोमवार को जगह-जगह प्रदर्शन किया और सड़कें जाम कीं। संगठनों ने राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और राज्यपाल को ज्ञापन भेजकर प्रकरण की जांच कराने की मांग की। झांसी के महाकालेश्वर मंदिर में जलाभिषेक करने जा रहे आदित्यनाथ को पुलिस ने रविवार देर रात कुशीनगर एक्सप्रेस से कानपुर स्टेशन पर उतारकर उन्हें उन्नाव भेज दिया था।
By Edited By: Updated: Tue, 20 Aug 2013 02:17 AM (IST)
जागरण संवाददाता, कानपुर। गोरखपुर के सांसद योगी आदित्यनाथ को झांसी जाने से रोकने पर भड़के हिंदू संगठनों ने सोमवार को जगह-जगह प्रदर्शन किया और सड़कें जाम कीं। संगठनों ने राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और राज्यपाल को ज्ञापन भेजकर प्रकरण की जांच कराने की मांग की।
पढ़ें: विहिप की 84 कोसी पदयात्रा प्रतिबंधित झांसी के महाकालेश्वर मंदिर में जलाभिषेक करने जा रहे आदित्यनाथ को पुलिस ने रविवार देर रात कुशीनगर एक्सप्रेस से कानपुर स्टेशन पर उतारकर उन्हें उन्नाव भेज दिया था। महाकालेश्वर में पूजा-अर्चना को लेकर कई दिनों से विवाद चल रहा है। झांसी के जिलाधिकारी ने प्रशासन को रिपोर्ट भेजी थी कि योगी के झांसी जाने पर वहां सांप्रदायिक हिंसा भड़क सकती है। सोमवार सुबह योगी को दिल्ली भेज दिया गया। पढ़ें: सिंहल और मुलायम की मुलाकात से आजम खफा
सांसद योगी को रोके जाने के विरोध में कुशीनगर में हिंयुवा कार्यकर्ताओं ने सड़क जाम किया और गिरफ्तारी दी। सुल्तानपुर में हिंयुवा एवं विश्वहिंदू महासंघ के कार्यकर्ताओं ने कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। बहराइच में कार्यकर्ताओं ने जाम लगाकर प्रदर्शन किया और राज्यपाल को संबोधित एक ज्ञापन अतिरिक्त मजिस्ट्रेट को सौंपा। लखीमपुर में भी जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन कर डीएम को सौंपा गया। फैजाबाद में जिलाधिकारी को सौंपे राज्यपाल के नाम ज्ञापन में घटना की जांच की मांग की गई है। गोरखपुर के सहजनवा में हियुवा ने जुलूस निकाला और बाजार बंद करा दिया। बस्ती, महराजगंज, सिद्धार्थनगर और देवरिया में भी संगठन कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया, पुतले फूंके। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने इस प्रकरण पर कहा कि योगी को गिरफ्तार करने का फैसला सरकार की सांप्रदायिक व तुष्टिकरण वाली नीति का परिचायक है।
'झांसी में महाकालेश्वर मंदिर जाने के लिए प्रशासन से मुझे अनुमति मिल गई थी। उसके बाद मुझे रोकना अवैधानिक है। मंदिर पर कुछ लोगों ने कब्जा कर लिया है। प्रशासन ने 30 सितंबर तक मुक्त कराने को कहा है। मैं तब तक इंतजार करूंगा।' -योगी आदित्यनाथ, सांसद, गोरखपुर मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर