भाजपा चुनाव समिति की बैठक हो सकती है गरमा-गरम
भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह के आवास पर बुधवार देर रात तक हुई बैठक में उत्तर प्रदेश की कई संसदीय सीटों पर सहमति बना ली गई है, जबकि दिल्ली की सात सीटों के लिए दो-दो नाम छांट लिए गए हैं। गुरुवार को भाजपा अपने कुछ बड़े उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर सकती है। संभव है कि सिनेजगत के कुछ चेहरे भी इसमें शामिल हों। माना जा रहा है कि गुरुवार को केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में भाजपा के लगभग 175 प्रत्याशियों के नाम घोषित हो जाएंगे। यह आशंका भी है कि बैठक काफी गरम
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह के आवास पर बुधवार देर रात तक हुई बैठक में उत्तर प्रदेश की कई संसदीय सीटों पर सहमति बना ली गई है, जबकि दिल्ली की सात सीटों के लिए दो-दो नाम छांट लिए गए हैं। गुरुवार को भाजपा अपने कुछ बड़े उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर सकती है। संभव है कि सिनेजगत के कुछ चेहरे भी इसमें शामिल हों। माना जा रहा है कि गुरुवार को केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में भाजपा के लगभग 175 प्रत्याशियों के नाम घोषित हो जाएंगे। यह आशंका भी है कि बैठक काफी गरमा-गरम रहे। दरअसल कई सीटों पर विवाद अंत तक खत्म नहीं हो सका है।
सूत्रों के अनुसार योजना यह है कि 24 अप्रैल तक चुनाव में जाने वाली अधिकतर सीटों पर स्थिति स्पष्ट हो जाए। उच्चपदस्थ पदाधिकारी के अनुसार अधिकतर सीटों पर मंथन तो हो जाएगा, लेकिन कुछ नामों की घोषणा रोकी जा सकती है। संभव है कि नरेंद्र मोदी, राजनाथ सिंह जैसे बड़े नेताओं की घोषणा कुछ दिन बाद हो। इस क्रम में वाराणसी संसदीय सीट पर फैसला टाला जा सकता है। बुधवार को राजनाथ के आवास पर एक-एक कर कई राज्यों के नेताओं की बैठक हुई। बताते हैं कि उत्तर प्रदेश में तकरीबन दस सीटों पर अब भी संशय बना हुआ है। दरअसल, कांग्रेस और राजद पर परिवारवाद का आरोप लगा रही भाजपा बहुत संभलकर नेताओं के परिजनों पर फैसला लेना चाहती है। उत्तर प्रदेश में जहां ऐसे कई नेता मौजूद हैं। वहीं, बताते हैं कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने भी राजनांदगांव के सांसद मधुसूदन यादव की जगह अपने बेटे अभिषेक सिंह को उतारने का मन बनाया है। यादव पिछली बार एक लाख से ज्यादा मतों से जीते थे।