बारह वर्षो के बाद राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन [एनडीए] में वापस लौटे लोक जनशक्ति पार्टी के नेता राम विलास पासवान एक बार फिर से भाजपा का हाथ थाम कर अपनी नैया को पार लगाने की ओर निकल पड़े हैं। दोनों पार्टियों के बीच कुछ दिनों से लगातार बैठकों का दौर जारी था जिसके बाद गुरुवार को इन दोनों ही पार्टियों ने गठबंधन का औपचारिक ऐलान कर दिया। इस गठबंधन के तहत भाजपा ने एलजेपी को सात सीटें दी हैं।
By Edited By: Updated: Sat, 01 Mar 2014 11:30 AM (IST)
नई दिल्ली [कमल कान्त वर्मा]। बारह वर्षो के बाद राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन [एनडीए] में वापस लौटे लोक जनशक्ति पार्टी के नेता राम विलास पासवान एक बार फिर से भाजपा का हाथ थाम कर अपनी नैया को पार लगाने की ओर निकल पड़े हैं। दोनों पार्टियों के बीच कुछ दिनों से लगातार बैठकों का दौर जारी था जिसके बाद गुरुवार को इन दोनों ही पार्टियों ने गठबंधन का औपचारिक ऐलान कर दिया। इस गठबंधन के तहत भाजपा ने एलजेपी को सात सीटें दी हैं। यह सभी सीटें बिहार में हैं। इन संसदीय सीटों के नाम हाजीपुर, समस्तीपुर, जमुई, मुंगेर, वैशाली, खगड़िया और नालंदा है।
भाजपा से गठबंधन के बाद मिली सात सीटों की बेहद दिलचस्प कहानी है। चाहे इन सीटों का आकलन लोकसभा चुनाव के मद्देनजर किया जाए या फिर विधानसभा चुनाव के अंतर्गत, दोनों ही सूरत में यहां पर लोक जनशक्ति पार्टी का कोई वजूद ही नजर नहीं आता है। इन सीटों का एक दिलचस्प पहलू यह भी है कि जो सीटें भाजपा ने एलजेपी को दी हैं वहां से मौजूदा समय में भाजपा का कोई सांसद नहीं है। इन सीटों में से छह सीटों पर जनता दल यूनाइटेड जदयू और महज एक सीट पर लालू प्रसाद यादव की राष्ट्रीय जनता दल के सांसद हैं।
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर एलजेपी को मिली सात सीटों पर यदि नजर डाली जाए तो इनमें कुल 43 विधानसभा सीट आती हैं। वर्ष 2010 में हुए बिहार विधानसभा चुनाव में इन सीटों पर भाजपा के कुल नौ, जदयू के 29, आरजेडी के तीन और जेएमएम का एक विधायक है। इनमें कहीं भी रामविलास पासवान की पार्टी अपना खाता तक नहीं खोल सकी थी। वहीं करीब पांच सीट ऐसी हैं जहां पर भाजपा ने ही एलजेपी के प्रत्याशी को हराया था। बारह जगहों पर एलजेपी को जदयू के हाथों हार का मुंह देखना पड़ा था। यह आंकड़े अपने आप में बेहद दिलचस्प हैं। इनसे साफतौर पर भाजपा का खेल पता चलता है। भाजपा ने एलजेपी से गठबंधन के नाम पर जो सीटें उसे दी हैं वहां पर उनका कोई उम्मीदवार पिछले लोकसभा चुनाव में नहीं जीता है। लिहाजा उसके पास खोने के लिए कुछ नहीं है। वहीं पिछले लोकसभा चुनाव में खाता भी नहीं खोल सकी पासवान की पार्टी पर खोने को तो कुछ नहीं है लेकिन यदि वह इस चुनाव में भी कुछ खास नहीं कर पाते हैं तो उनकी स्थिति एनडीए में कुछ खास नहीं रहेगी। इतना ही नहीं खुद रामविलास पासवान भी पिछले चुनाव में अपनी सीट नहीं निकाल सके थे। बाद में उन्हें राजद की मदद से राज्यसभा में भेजा गया था। गौरतलब है कि पिछले विधानसभा चुनाव में भी एलजेपी ने राजद से गठबंधन कर चुनाव लड़ा था। लेकिन इसमें दोनों को ही घाटा रहा था।
पिछले विधानसभा चुनाव में बिहार में एलजेपी को महज तीन सीटों पर ही विजय मिली थी जबकि उसने 75 सीटों पर चुनाव लड़ा था। भाजपा ने 102 पर अपने प्रत्याशी उतारे और 91 सीटों पर जीत हासिल की थी। वहीं आरजेडी 168 पर लड़ी और 22 सीटें जीती। यह आंकड़े इस लिए भी दिलचस्प हैं क्योंकि यह यहां पर एलजेपी की स्थिति को काफी हद तक स्पष्ट कर देते हैं। यहां पर दूर-दूर तक एलजेपी का कोई नामों निशान नहीं है। ऐसे में पासवान इस गठबंधन में कितने सफल होकर अपने लिए मोल-तोल कर सकेंगे यह कहना अभी भले ही सही न हो लेकिन मौजूदा स्थिति उनके हक में नहीं है। राम विलास पासवान यूं तो एनडीए सरकार में भी शामिल थे, लेकिन गुजरात दंगों पर वह गठबंधन से अलग हो गए थे। बारह वर्षो बाद वह इस गठबंधन में एक बार फिर से वापस यह कहते हुए आ रहे हैं कि अब मोदी को गुजरात दंगों पर सुप्रीम कोर्ट से क्लीन चिट मिल गई है। लिहाजा वह पाक साफ हैं।
दलित नेता के तौर पर पहचाने जाने वाले रामविलास पासवान का जनाधार बिहार में लगातार कम होता जा रहा है। इसका सबूत पिछले विधानसभा और लोकसभा चुनाव में देखने को मिलता है। बिहार के पिछड़े वर्ग में लगातार घटती पकड़ के बाद एलजेपी पर अपने वजूद को बचाए रखने का भी संकट मंडराने लगा है। माना जा रहा है कि देश में मोदी की हवा और सामने आते सर्वे के मद्देनजर पासवान का यह पासा कुछ सही पड़ सकता है। समस्तीपुर : मौजूदा सांसद: महेश्वर हजारी [जदयू] समस्तीपुर में शामिल विधानसभा सीटें व जीतने वाली पार्टी :- कुशेश्वर स्थान - भाजपा हायाघाट - भाजपा कल्याणपुर - जदयू वारिसनगर - जदयू समस्तीपुर - आरजेडी रोसरा - भाजपा हाजीपुर : मौजूदा सांसद: रामसुंदर दास जदयू हाजीपुर में शामिल विधानसभा सीटें व जीतने वाली पार्टी :- हाजीपुर - भाजपा लालगंज - जदयू महुआ - जदयू राजा पाकर - जदयू राघोपुर - जदयू महनार - भाजपा वैशाली :-मौजूदा सांसद : रघुवंश प्रसाद सिंह राजद वैशाली में मौजूद विधानसभा सीटें व जीतने वाली पार्टी :- मीनापुर - जदयू कांति - जदयू बरुराज - आरजेडी पारो - भाजपा साहेबगंज - जदयू वैशाली - जदयू खगड़िया मौजूदा सांसद : दिनेश चंद्र यादव जदयू खगड़िया में मौजूद विधानसभा सीटें व जीतने वाली पार्टी :- सिमरी बख्तियारपुर - जदयू हसनपुर - जदयू अलौली - जदयू खगड़िया - जदयू बेदूर - जदयू परबत्ता - आरजेडी नालंदा मौजूदा सांसद: कौशलेंद्र कुमार जदयू नालंदा में मौजूदा विधानसभा सीटें व जीतने वाली पार्टी :- आस्थावान - जदयू बिहारशरीफ -जदयू राजगीर - भाजपा इस्लामपुर - जदयू हिल्सा - जदयू नालंदा - जदयू हरनौत - जदयू जमुई मौजूदा सांसद:भूदेव चौधरी जदूयू जमुई में शामिल विधानसभा सीटें व जीतने वाली पार्टी- तारापुर - जदयू शेखपुरा - जदयू सिकंदरा - जदयू जमुई - जदयू झाझा - जदयू चकई - जेएमएम मुंगेरमौजूदा सांसद: राजीव रंजन सिंह उर्फ लल्लन सिंह जदयू मुंगेर में शामिल विधानसभा सीटें व जीतने वाली पार्टी- मुंगेर - जदयू जमालपुर - जदयू सूर्यघर - भाजपा लखीसराय - भाजपा मोकामा - जदयू बरह - जदयू