गैर भाजपा राज्यों के लिए भाजपा ने उतारे अपने ‘सात रत्न’
गैर भाजपा शासित राज्यों में पार्टी की स्थिति को मजबूत करने के लिए पार्टी ने नई रणनीति तैयार की है। इसके लिए पार्टी ने अपने सात दिग्गज मंत्रियों को मैदान में उतारा है। पार्टी के मुखिया अमित शाह ने मंत्रियों को अलग-अलग राज्यों का जिम्मा सौंपते हुए उन्हें वहां दल
By Test2 test2Edited By: Updated: Wed, 11 Mar 2015 01:31 PM (IST)
नई दिल्लीा। गैर भाजपा शासित राज्यों में पार्टी की स्थिति को मजबूत करने के लिए पार्टी ने नई रणनीति तैयार की है। इसके लिए पार्टी ने अपने सात दिग्गज मंत्रियों को मैदान में उतारा है। पार्टी के मुखिया अमित शाह ने मंत्रियों को अलग-अलग राज्यों का जिम्मा सौंपते हुए उन्हें वहां दल का आधार मजबूत बनाने को कहा है।
जहां केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और पार्टी महासचिव जेपी नड्डा को आंध्र प्रदेश का जिम्मेदारी दी गई है, वहीं निर्मला सीतारमण को पश्चिम-बंगाल में ममता बनर्जी के गढ़ में पार्टी को मजबूत बनाते हुए जनाधार हासिल करने को कहा गया है। ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल तमिलनाडु और पुद्दुचेरी में संगठन के लिए विशेष तौर पर अहम किरदार अदा करेंगे, जबकि कौशल विकास और संसदीय कार्य राज्य मंत्री राजीव प्रताप रूड़ी को केरल का चार्ज दिया गया। पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद प्रधान को असम की चुनौती को पार करने की जिम्मेदारी मिली है, जबकि अन्य मंत्री महेश शर्मा उड़ीसा का जिम्मा संभालेंगे। वहीं, केंद्रीय मंत्री हंसराज अहीर तेलंगाना में संगठन के मामलों में समन्वय करेंगे। केवल आंध्र प्रदेश को छोड़कर इस सभी राज्यों में बीजेपी सत्ता में नहीं है। आंध्र में वह टीडीपी के साथ गठबंधन में है।