चिदंबरम नहीं कांग्रेस नेतृत्व पर भाजपा का निशाना
इशरत जहां मामले में भाजपा सिर्फ पूर्व गृहमंत्री पी. चिदंबरम ही नहीं कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को कठघरे में घेरने की कवायद में जुट गई है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली । इशरत जहां मामले में भाजपा सिर्फ पूर्व गृहमंत्री पी. चिदंबरम ही नहीं कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को कठघरे में घेरने की कवायद में जुट गई है। प्रवक्ताओं के अलावा दूसरे नेताओं को भी यह स्पष्ट कर दिया गया है कि जानबूझ कर हलफनामे से आतंकी इशरत का नाम हटाए जाने की सफाई कांग्रेस को देनी होगी। यह कांग्रेस नेतृत्व को बताना होगा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की शहादत की बात करने के बावजूद पार्टी आतंक के मामले में क्यों समझौता करती है।
अब तक जेएनयू प्रकरण को लेकर राष्ट्रवाद पर बहस चल रही थी। उस दौरान कांग्रेस नेताओं ने कई बार याद दिलाया था कि आतंक के मामले में वह नरमी नहीं करते हैं। इसी क्रम में शहादत की बात भी कही गई थी। पूर्व गृहसचिव जीके पिल्लई के बयान के बाद जहां इशरत मामला फिर से गर्म हो गया है वहीं भाजपा के रणनीतिकारों ने बारीकी से हर मुद्दे पर कांग्रेस के लिए फांस तैयार कर ली है। बताते हैं कि रोजाना प्रवक्ताओं की बैठक में इससे जुड़े हर पहलू पर चर्चा होती है। यह भी तय हो गया है कि चिदंबरम से सफाई के बजाय कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी से जवाब मांगा जाना चाहिए क्योंकि पिल्लई ने भी कहा है कि इशरत का नाम हटाए जाने का फैसला राजनीतिक था।