BRICS: रूस के राष्ट्रपति पुतिन का पीएम मोदी ने रूसी भाषा में किया 'वेलकम'
बिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेने के पीएम मोदी गोवा पहुंच चुके हैंं। आज सुबह रूस और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति भी यहां पहुंच गए। उनका स्वागत केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और वीके सिंह ने किया।
गोवा (एएनआई)। ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत अन्य राष्ट्राध्यक्ष गोवा पहुंच चुके हैं। आज सुबह रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन गोवा पहुंचे जिसके बाद अब चीनी राष्ट्रपति शी चिनपिंग भी गोवा पहुंच गए हैं। हालांकि गोवा एयरपोर्ट पर छाए घने कोहरे के चलते उनका विमान कुछ देरी से यहां पहुंचा है। भारत और रूस के राष्ट्रपति के बीच द्विपक्षीय बैठक भी शुरू हो गई है। इस बैठक के बाद एक संयुक्त बयान जारी किया जाएगा। दोनों देशों के बीच रक्षा सौदों को देखते हुए यह बैठक काफी अहम है।
पीएम मोदी ने रूसी भाषा में किया 'वेलकम'
पुतिन के भारत आगमन पर पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि भारत में उनका स्वागत है। उन्होंने रूसी भाषा में भी ट्वीट किया है।Goa: Russian President Vladimir Putin arrives in Dabolim city for the #BRICSSummit pic.twitter.com/DiA3p5HxWB
— ANI (@ANI_news) October 15, 2016
Индия приветствует Вас, Президент Путин! Желаем Вам получить незабываемые впечатления от пребывания в Индии@KremlinRussia_E
— Narendra Modi (@narendramodi) 15 October 2016
India welcomes you, President Putin! Wishing you a fruitful India visit. @KremlinRussia_E
— Narendra Modi (@narendramodi) 15 October 2016
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रूस को विश्वास में लेगा भारत
इस दौरान भारत की कोशिश आतंकवाद के खिलाफ अपनी मुहिम में ज्यादा से ज्यादा समर्थन जुटाने को होगी। मोदी और पुतिन की द्विपक्षीय वार्ता के दौरान भारत की ओर से रुस को भरोसा दिलाया जा सकता है कि अमेरिका के साथ भारत के रिश्तों से मास्को के साथ दोस्ती पर कोई प्रभाव नहीं पड़ने वाला है। बता दें कि पिछले दिनों पाकिस्तान और रुस के बीच साझा युद्ध अभ्यास हुआ था। ऐसे में विपक्षी दलों द्वारा सरकार की विदेश नीति में रुसी हितों की अनदेखी का आरोप लगाया गया था।
राष्ट्रपति टेमर ने किया पुर्तगाली भाषा में ट्वीट
ब्रिक्स सम्मलेन में ब्राजील के बतौर राष्ट्रपति पहली बार हिस्सा ले रहे माइकल टेमर ने ट्वीट कर इस सम्मेलन से काफी जताई है। उन्होंने पुर्तगाली भाषा में ट्वीट कर कहा है कि यह सम्मेलन में भारत में ब्राजील की कंपनियों की राह खोलेगा। साथ ही इस सम्मेलन से दाेनों देशों के बीच व्यापार को भी बढ़ावा मिलेगा।
(AI) @ApexBrasil vê cúpula do @BRICS2016 como oportunidade de aumentar exportações https://t.co/VofmCmUel0
— Michel Temer (@MichelTemer) 15 October 2016
(AI) Brasil quer facilitar entrada de empresas brasileiras na Índia https://t.co/BwuLLhshEa
— Michel Temer (@MichelTemer) 14 October 2016
आतंकवाद समेत कई मुद्दों पर होगी चर्चा
आज से शुरू हो रहे ब्रिक्स सम्मेलन में आतंकवाद समेत कई मुद्दों पर चर्चा होगी। इस दौरान भारत और रूस के बीच करीब 39 हजार करोड़ रुपये के 18 समझौतों पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। रक्षा क्षेत्र में होने वाले यह सभी समझौते भारत के लिए काफी अहम माने जा रहे हैंं। इन समझौतों से भारत की सैन्य क्षमता में काफी इजाफा होगा।
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पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था
गोवा में आज से शुरू होने वाले ब्रिक्स सम्मेेलन को देखते हुए सुरक्षा के चाक चौबंद प्रबंध किए गए हैं। काफी संख्या में सुरक्षाबलों को यहां पर तैनात किया है। ब्रिक्स सम्मलेन की ओर जाने वाले रास्तों पर इसके सदस्य देशों के झंडे सड़क के दोनों ओर लगाए गए हैं। वहीं हमले की आशंका के मद्देनजर समुद्री तट पर सेना के जवानों और एंटी एयरक्राफ्ट गन को लगाया गया है। इस पूरे इलाके पर सुरक्षाबलों की कड़ी निगाहें लगी हैं। वहीं एसपीजी, एनएसजी के दस्तों को भी इस काम में लगाया गया है।
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इस बार कमल है ब्रिक्स का निशान
इसमें हिस्सा लेने के लिए भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज पहले से ही वहां पर मौजूद हैं। इस बार कमल के फूल को ब्रिक्स सम्मलेन का निशान (Logo) बनाया गया है। इसमें अलग-अलग रंग भरे गए हैं। गौरतलब है कि ब्रिक्स के सदस्य देशों में भारत के अलावा ब्राजील, रूस, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल है। इस बार ब्रिक्स के इस निशान में सभी देशों को अलग अलग रंग देने की कोशिश की गई है।
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