बुलंदशहर हाईवे रेप मामले में पीड़ित परिजनों को पुलिस से नहीं न्याय की उम्मीद
बुलंदशहर हाइवे रेप पीडि़तों का कहना है कि उन्हें यूपी पुलिस ने न्याय की उम्मीद नहीं है। पीडि़त परिवार के मुखिया ने कहा कि उन्हें पुलिस पर भरोसा नहींं है।
मेरठ (जेएनएन)। पिछले माह बुलंदशहर नेशनल हाइवे पर मां-बेटी के साथ हुए गैंगरेप पीडि़त के परिजनों को पुलिस से न्याय मिलने की उम्मीद अब खोती होती जा रही है। इस मामले में पुलिस तीन आरोपियों को जेल भेज चुकी है, लेकिन बाकी ददिंदो को दबोचने के बारे में एसएसपी रोज रटारटाया जवाब दे रहे हैं। एक सप्ताह में भी पुलिस के पास एक ही जवाब है कि दबिश दी जा रही है। पीडि़त परिवार के मुखिया का कहना है कि हम हर दिन इस उम्मीद में रहते हैं कि शायद पुलिस आज गिरफ्तारी जरूर कर लेगी लेकिन प्रतिदिन उम्मीद और भरोसा टूट जाता है। हम तिल-तिल कर मर और जी रहे हैं। बुलंदशहर हाइवे पर यह घटना 29 जुलाई को हुई थी।
पीडि़त परिवार के मुखिया ने फोन पर बताया है कि अब पुलिस पर जरा सा भी भरोसा नहीं रहा। नए पुलिस अधिकारियों की कार्यशैली से तो न्याय मिलने और दोषियों को सख्त सजा की उम्मीद खत्म हो रही है। हम चाहते हैं कि अब सीबीआइ जांच हो। मुख्यमंत्री भी सीबीआइ जांच की मंशा जाहिर कर चुके हैं और हाई कोर्ट में भी याचिका दायर है। इसलिए प्रदेश सरकार सीबीआइ जांच की संस्तुति करे।
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह करेंगे अखिलेश से बात
बुलंदशहर में राष्ट्रीय राजमार्ग पर मां-बेटी के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म की घटना को शर्मनाक और निंदनीय बताते हुए केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि वह इस मामले में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से बात करेंगे। उन्होंने कहा कि वह मुख्यमंत्री को इस कांड में दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने के लिए कहेंगे। अपने संसदीय क्षेत्र के तीन दिन के दौरे पर शुक्रवार शाम लखनऊ आये राजनाथ राजधानी के सर्वोदय नगर क्षेत्र स्थित रानी लक्ष्मीबाई स्कूल में भाजपा के महानगर पदाधिकारियों से परिचयात्मक बैठक के बाद मीडिया से मुखातिब थे। देश में दलितों पर अत्याचार की घटनाओं के सवाल पर कहा कि इस विषय पर वह संसद में भी अपने विचार व्यक्त कर चुके हैं। निश्चित तौर पर सामाजिक सद्भाव को बिगाड़ने वाली ऐसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए। लोगों को भी यह समझना चाहिए कि ऐसी घटनाओं से सामाजिक तानेबाने को नुकसान पहुंचता है, देश-प्रदेश की छवि भी खराब होती है।
सीबीआइ जांच पर सुनवाई आठ को
हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच में बुलंदशहर घटना की सीबीआइ जांच की मांग को लेकर दाखिल जनहित याचिका पर अब आठ अगस्त को सुनवाई होगी। शुक्रवार को सुनवाई के दौरान राज्य सरकार की ओर से अपर महाधिवक्ता बुलबुल गोडियाल ने मामले की सुनवाई सोमवार को किए जाने का अनुरोध किया। वहीं याची प्रिंस लेनिन ने भी पूरक शपथ पत्र दाखिल करने के लिए समय की मांग की थी, जिस पर न्यायमूर्ति एपी शाही व न्यायमूर्ति डॉ. विजयलक्ष्मी की खंडपीठ ने मामले की अगली सुनवाई आठ अगस्त को किए जाने के निर्देश दिया। याचिका में घटना की सीबीआइ जांच की मांग के साथ राजमार्गो पर यात्रियों की सुरक्षा के लिए भी कदम उठाने की मांग की गई है।
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रिमांड पर लेगी पुलिस
न्यायिक हिरासत में जेल गए दरिंदगी के तीनों आरोपियों की 10 दिन की रिमांड के लिए पुलिस ने फास्ट ट्रैक कोर्ट में याचिका दायर की है। नगर कोतवाल बुलंदशहर आरके ¨सह ने बताया इस पर सोमवार को सुनवाई होगी। इन तीनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में कोर्ट ने एक अगस्त को जेल भेज दिया था। लगातार हो रही फजीहत के चार दिन बाद पुलिस को रिमांड की याद आ ही गयी। एसएसपी अनीस अहमद अंसारी कह रहे हैं कि अब एसटीएफ, क्राइम ब्रांच सहित 10 टीमें जांच में जुट गई हैं। जल्द ही बाकी आरोपियों को भी पकड़ लिया जाएगा।
फुट प्रिंट का होगा मिलान
पुलिस घटनास्थल से मिले चार पैरों के फुट प्रिंट का मिलान पकड़े गए तीनों आरोपियों के पैरों से करेगी। एक पुलिस अफसर ने बताया कि 30 जुलाई को घटनास्थल की गंभीरता से छानबीन कर साक्ष्य जुटाए गए थे। ज्वार के खेत के नजदीक के खाली और गीले खेत में कार के टायर के नजदीक और जहां सामूहिक दुष्कर्म हुआ, वहां कुछ पैरों के निशान मिले। तीन पैरों के निशान एक जैसे थे और बिल्कुल ऐसा ही पैर का निशान टायर के नजदीक मिला था। खेत और टायर के नजदीक के फुट प्रिंटों को संदिग्ध मानकर सुरक्षित रख लिया गया। उधर सीएमओ डॉ दीपक ओहरी ने बताया कि मां-बेटी के डीएनए सुरक्षित हैं। आरोपियों के साथ इनके डीएनए का मिलान किया जाएगा। डीएनए मैच होने पर दोषी का बचना असंभव है।
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कीचड़ में लथपथ मां-बेटी को दुत्कारा था
महिला अस्पताल में मेडिकल करने वाली चिकित्सक का रवैया बेहद खराब था। उसने मां-बेटी से अभद्रता की सीमाएं तो लांघीं ही दुत्कारा और जमकर धमकाया भी था। दुष्कर्म हुआ है या नहीं, इस पर भी सवाल उठाए। स्वास्थ्य विभाग की जांच में सामने आया है कि मेडिकल के दौरान मां-बेटी कीचड़ से सनी हुई थीं। सीएमओ ने शुक्रवार को आरोपी चिकित्सक के बयान भी दर्ज किए। सीएमओ डॉ दीपक ओहरी ने बताया कि प्रथम दृष्टया चिकित्सक दोषी लग रही है। उस पर जल्द ही कार्रवाई कर दी जाएगी।