शताब्दी व राजधानी के खानपान में होगा बदलाव
रेलवे अब राजधानी, शताब्दी व दुरंतो एक्सप्रेस के मुसाफिरों को मनपंसद खाना उपलब्ध कराने के लिए खानपान की नीतियों में बदलाव करेगा। हालांकि इसका असर उनकी जेब पर भी पड़ेगा। रेल मंत्रालय ने इस संबंध में पॉलिसी बना कर जोन और मंडल के अधिकारियों को बुधवार को इसकी सूचना दे दी। एक सप्ताह में खानपान में ब
By Edited By: Updated: Thu, 07 Aug 2014 01:59 AM (IST)
अंबाला [दीपक बहल]। रेलवे अब राजधानी, शताब्दी व दुरंतो एक्सप्रेस के मुसाफिरों को मनपंसद खाना उपलब्ध कराने के लिए खानपान की नीतियों में बदलाव करेगा। हालांकि इसका असर उनकी जेब पर भी पड़ेगा। रेल मंत्रालय ने इस संबंध में पॉलिसी बना कर जोन और मंडल के अधिकारियों को बुधवार को इसकी सूचना दे दी। एक सप्ताह में खानपान में बदलाव कर दिया जाएगा।
शताब्दी, राजधानी और दुरंतो एक्सप्रेस में भोजन का मेन्यू तकरीबन एक जैसा होता है। उत्तर भारत के लोगों को भी वही भोजन मिलता है, जो दक्षिण के लोगों को। लिहाजा रेलवे ने फैसला लिया है कि उत्तर, दक्षिण, पश्चिम और पूर्व रेलवे में जोन के मुताबिक ही खाना परोसा जाएगा। नई पॉलिसी के मुताबिक भोजन की सूची बनाकर उसी के हिसाब से दाम टिकट में जोड़ दिए जाएंगे। कैट¨रग में 8.66 फीसद सर्विस टैक्स लिया जाएगा। खाने की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए आदेश दिए गए हैं। ट्रॉली के माध्यम से सभी कोच में खाना पहुंचाया जाएगा। कोच के मुताबिक, ट्रॉली बनाने के आदेश भी दे दिए गए हैं। वर्तमान और सर्विस टैक्स जुड़ने के बाद की कीमत
1. शताब्दी और राजधानी एक्सप्रेस फर्स्ट एसी
सुबह चाय 12:50 15:00 ब्रेकफास्ट 81:50 90 लंच, डिनर 129:50 145 सायं की चाय 41:00 45 कोबा मील 66:50 75 2. शताब्दी और राजधानी एक्सप्रेस सेकेंड और थर्ड एसी सुबह चाय 8:00 10:00 चाय ब्रेकफास्ट 66:50 75 लंच, डिनर 112 125 सायं की चाय/ बिस्कुट 40:00 45:00 कोबा मील 66:50 77:00 3. दुरंतो एक्सप्रेस चाय 6:50 10:00 ब्रेकफास्ट 34:00 40:00 लंच, डिनर 71:00 80:00 सायं की चाय, 18:00 20 :00 इन ट्रेनों में से यदि कोई ट्रेन दो घंटे से अधिक लेट हो जाएगी तो रेलवे अपने खर्च पर यात्रियों को भोजन उपलब्ध कराएगा। पहले ऐसी कोई व्यवस्था नहीं थी। पढ़े : मुआवजे के फर्जी दावों पर रोक के लिए बदलेगा रेलवे एक्ट