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केंद्र मुनाफाखोर, 'मन की बात' खतरनाकः प्रमोद तिवारी

अंतर्राष्ट्रीय बाजार में पेट्रोल डीजल की कीमतें घटने के बावजूद दरों में कमी लाने से परहेज कर रही मुनाफाखोर केंद्र सरकार जनता की गाढ़ी कमाई लूट रही है। मन की बात खतरनाक है। शायद इसीलिए ओबामा व मोदी में मन ही मन बात में नाभिकीय ऊर्जा समझौते की शर्ते हल्की

By manoj yadavEdited By: Updated: Sun, 01 Feb 2015 09:55 PM (IST)
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जागरण संवाददाता, कानपुर। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में पेट्रोल डीजल की कीमतें घटने के बावजूद दरों में कमी लाने से परहेज कर रही मुनाफाखोर केंद्र सरकार जनता की गाढ़ी कमाई लूट रही है। मन की बात खतरनाक है। शायद इसीलिए ओबामा व मोदी में मन ही मन बात में नाभिकीय ऊर्जा समझौते की शर्ते हल्की कर साजिश रची गई। मोदी ने अमेरिकी सत्ता के सामने घुटने टेक दिए हैं।

रविवार को राज्यसभा सांसद व वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी भाजपा व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कुछ यूं ही हमलावर नजर आए।

नगर-ग्रामीण कांग्रेस कमेटी टीम से संवाद करने आए तिवारी ने कहा कि संप्रग सरकार जब 2007-08 में नाभिकीय ऊर्जा समझौते की तरफ कदम बढ़ा रही थी तो मोदी व उनकी भाजपा विरोध में खड़ी थी। अब मन की बातों ने ऐसा गुल खिलाया कि देश के लिए खतरा भी स्वीकार कर लिया गया। 138 के स्थान पर 48 रुपये के आंकड़े पर क्रूड आयल पहुंचने के बाद भी पेट्रोल व डीजल की दरें जस की तस हैं।

आठ माह में ही मोदी के दिखाए ख्वाब बिखरने लगे हैं। सीमाओं की सुरक्षा का ढिंढोरा पीटा जा रहा है, जबकि आतंकी हमलों में जवानों के सीने छलनी हो रहे है। तिवारी ने कहा कि कांग्रेस सत्ता से बाहर जरूर हुई है लेकिन वापसी भी जोरदार होगी।

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