वाजपेयी फार्मूले से होगा जम्मू-कश्मीर का विकासः पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के विकास को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सोच की राह देने की वकालत की। इंसानियत, कश्मीरियत और जम्हूरियत के आधार पर जम्मू-कश्मीर के विकास की पटकथा लिखने की वकालत की।
सतनाम सिंह, कटड़ा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के विकास को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सोच की राह देने की वकालत की। इंसानियत, कश्मीरियत और जम्हूरियत के आधार पर जम्मू-कश्मीर के विकास की पटकथा लिखने की वकालत की।
श्री वैष्णो देवी नारायणा सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल का मंगलवार को उद्घाटन करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा-'जम्मू-कश्मीर की जनता का अटल बिहारी वाजपेयी के प्रति असाधारण विश्वास था। उनके जैसा सम्मान कुछ ही नेताओं को हासिल है। वह कहा करते थे कि इंसानियत, कश्मीरियत और जम्हूरियत जम्मू-कश्मीर के विकास की कुंजी हैं।
हमें भी इन्हीं तीनों स्तंभों के जरिये राज्य को नई ऊंचाई प्रदान करनी है।Ó पूर्व मुख्यमंत्री स्व. मुफ्ती मुहम्मद सईद का जिक्र करते हुए कहा कि वह हमेशा जम्मू और कश्मीर में फासला कम करने के बारे में सोचा करते थे। जम्मू-कश्मीर का भाग्य बदलने और लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए केंद्र राज्य सरकार के साथ कंधा से कंधा मिलाकर चलेगा।
ब्रांड अंबेसडर बने बाहरी राज्य के छात्र
श्री माता वैष्णो देवी विश्वविद्यालय ककरियाल (कटड़ा) के पांचवें दीक्षांत समारोह में प्रधानमंत्री ने कहा कि 21वीं सदी ज्ञान व शक्ति की शताब्दी है और इसका नेतृत्व भारत करेगा। भारत युवाओं का देश है और 80 करोड़ युवा 35 वर्ष से कम आयु के हैं। इनमें प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। भारत सफलता की ऊंचाइयों को छू रहा है। हर युवा का सपना देश की खुशहाली के साथ जुड़ा हुआ है। उन्होंने युवाओं से कहा कि वे निराशा व टूटे सपनों को छोड़कर आगे बढ़ें। जम्मू-कश्मीर में पढ़ाई करने वाले बाहरी राज्यों के युवाओं को ब्रांड अंबेसडर बनाना चाहिए। यहां से यही ताकत लेकर जाएं।
गरीबों की मदद करना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विद्यार्थियों से कहा कि देश-विदेश के अनेक विश्वविद्यालयों में पढऩे वाले विद्यार्थियों से आप अलग हो। श्री माता वैष्णो देवी विश्वविद्यालय एक ऐसा विश्वविद्यालय है, जिसमें माता के चरणों में गरीब श्रद्धालुओं के चढ़ावे का पैसा लगा है। जब भी कोई गरीब जीवन में कहीं भी मिले तो उसकी यह सोचकर मदद करना कि उसके योगदान से ही मैं विश्वविद्यालय में पढ़ पाया हूं।
भारत माता की जय के लगे नारे :
दीक्षांत समारोह में जैसे ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विद्यार्थियों को मेडल प्रदान करने के लिए उठे, भारत माता की जय के नारे से ऑडिटोरियम गूंज उठा। उसके बाद जब मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती भाषण देने के लिए उठीं तो फिर से भारत माता की जय के नारे गूंजे। समारोह समाप्त होने के बाद भी विद्यार्थियों ने बाहर आकर भारत माता की जय के नारे लगाए।
कहीं पुरुष आरक्षण न मांगने लग जाएं
प्रधानमंत्री ने बेटियों की प्रशंसा करते हुए मजाक भरे लहजे में कहा कि जिस प्रकार से बेटियां हर जगह आगे आ रही हैं, हो सकता है कि आने वाले दिनों में पुरुष आरक्षण की मांग करें। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हौसला बुलंद होना चाहिए, रास्ते भी निकल आते हैं।
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मेरा आपसे अनुरोध है, जो नहीं कर पाओ, उसे भूल जाओ। जो बन पाए, उसे लेकर जीवन में आगे जाओ। कुंठा, असफलता व सपने में आई रुकावटें बोझ नहीं बननी चाहिए।
-नरेंद्र मोदी
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