प्रधानमंत्री पद पर नरेंद्र मोदी की बढ़ती दावेदारी से परेशान आतंकी गुट उनपर पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुंट्टो की तर्ज पर हमला कर सकते हैं। इस संबंध में खुफिया ब्यूरो ने सभी राज्य सरकारों को मोदी की रैली की सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम करने की ताकीद की है। सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार मोदी को सबसे अधिक खतरा दक्षिण्
By Edited By: Updated: Sat, 29 Mar 2014 07:21 AM (IST)
नई दिल्ली [जाब्यू]। प्रधानमंत्री पद पर नरेंद्र मोदी की बढ़ती दावेदारी से परेशान आतंकी गुट उनपर पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुंट्टो की तर्ज पर हमला कर सकते हैं। इस संबंध में खुफिया ब्यूरो ने सभी राज्य सरकारों को मोदी की रैली की सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम करने की ताकीद की है। सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार मोदी को सबसे अधिक खतरा दक्षिण भारत में है। इसके साथ ही उत्तरप्रदेश के आजमगढ़ में भी पाकिस्तान समर्थित आतंकी हमले की कोशिश कर सकते हैं। गौरतलब है कि चुनाव प्रचार के दौरान ही दक्षिण भारत में 1991 में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की लिंट्टे आतंकियों ने हत्या कर दी थी।
सुरक्षा एजेंसी से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पिछले दिनों इंडियन मुजाहिद्दीन के शीर्ष आतंकियों की गिरफ्तारी और उनसे पूछताछ में नरेंद्र मोदी पर हमले की साजिशों के बारे में पता चला है। उनके अनुसार, आंध्र प्रदेश के हैदराबाद या फिर कर्नाटक के बेंगलूर में रैली के दौरान आतंकी मोदी पर हमले की कोशिश कर सकते हैं। यह हमला बेनजीर भुंट्टो पर हुए हमले की तर्ज पर किया जा सकता है। 2008 में चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री बेनजीर भुंट्टो पर आत्मघाती हमले के साथ-साथ गोलियों से भी बौछार की गई थी।
आतंकी हमले की आशंका को देखते हुए सबसे पहले सुरक्षा एजेंसियों ने मोदी की सुरक्षा में लगे एनएसजी के साथ-साथ सभी राज्यों के पुलिस महानिदेशकों को इस संबंध में अलर्ट कर दिया। पुलिस महानिदेशकों को भेजे गए अलर्ट में मोदी की रैलियों के दौरान सुरक्षा में जरा भी चूक की गुंजाइश नहीं छोड़ने को कहा गया है। वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में आइएम के शीर्ष आतंकियों की गिरफ्तारी से आतंकी मंसूबों को झटका जरूर लगा है। लेकिन अभी तक आइएम के पूरे तंत्र को ध्वस्त करने में सफलता नहीं मिली है। सुरक्षा एजेंसियों को चिंता है कि चुनाव प्रचार के दौरान मोदी पर हुए किसी भी तरह के हमले से देश की आंतरिक सुरक्षा की स्थिति बिगड़ सकती है। मोदी को किसी तरह का खतरा नहीं होने के गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे के दावे को खारिज करते हुए एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यह एक राजनीतिक बयान है। उनके अनुसार आतंकियों की सूची में नरेंद्र मोदी सबसे ऊपर हैं और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित कराना एजेंसियों की जिम्मेदारी है।
आगामी चुनाव फिर से मुद्दों को पीछे छोड़ भाषा और बयानों को लेकर गरमाने लगा है। सहारनपुर में कांग्रेस उम्मीदवार इमरान मसूद ने 'नरेंद्र मोदी के टुकड़े करने' की चेतावनी देकर एक बार फिर से 'मौत के सौदागर' वाला चुनावी माहौल बना दिया है। भाजपा ने जहां इस पर तीखी आपत्ति जताते हुए इसे कांग्रेस नेतृत्व की सोची समझी चाल करार दिया। वहीं कांग्रेस ने पल्ला झाड़ते हुए कहा कि वह इस तरह की भाषा का समर्थन नहीं करती है। यह और बात है कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी शनिवार को ही इमरान के चुनाव प्रचार में जाएंगे। भाजपा चुनाव आयोग से इसकी शिकायत कर कार्रवाई की मांग करेगी। हालांकि चुनाव आयोग में स्वत: ही जांच शुरू हो गई है। आगामी लोकसभा चुनाव के लिए भले ही विकास, भ्रष्टाचार, व्यवस्था परिवर्तन, सामाजिक समरसता जैसे नारे दिए जा रहे हों, लेकिन यह तय हो गया है कि भावनात्मक बयान ही हावी होंगे। कांग्रेस प्रत्याशी इमरान मसूद के भड़काऊ भाषण पर भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने तत्काल तीखी प्रतिक्रिया जताते हुए कहा कि कांग्रेस सांप्रदायिक माहौल भड़काकर ध्रुवीकरण करना चाहती है। बोलने वाला भले ही कांग्रेस का एक छोटा प्रत्याशी हो, लेकिन यह सोच कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व की है। पार्टी ने पुरानी वीडियो क्लिप भी दिखाई और साबित करने की कोशिश की कि कांग्रेस नेता 'मौत का सौदागर', 'जहर की खेती करने वाले', 'अल्पसंख्यकों के लिए खतरनाक' जैसे शब्दों का उपयोग करते रहे हैं। खुद सोनिया गांधी और राहुल जैसे लोग इनमें शामिल रहे हैं। लिहाजा चुनाव आयोग को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। जवाब में कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने बचते हुए सिर्फ इतना कहा कि कांग्रेस किसी तरह की भाषाई हिंसा का समर्थन नहीं करती है। इमरान पर कार्रवाई को लेकर भी अभी कांग्रेस के पास पुख्ता जवाब नहीं है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि राहुल का तय चुनावी प्रचार उसी अनुसार चलता रहेगा। राहुल शनिवार को ही सहारनपुर जाने वाले हैं। गुरुवार को अपने भारत विजय अभियान की शुरुआत करते ही मोदी ने भी रक्षामंत्री एके एंटनी और अरविंद केजरीवाल को पाकिस्तान का एजेंट करार दे दिया था। इसके कुछ ही दिन पहले केंद्रीय कानून मंत्री सलमान खुर्शीद ने मोदी को 'नपुंसक' कह दिया था। दूसरी तरफ बताते हैं कि आयोग से इमरान पर कड़ी कार्रवाई हो सकती है। सूत्रों की मानें तो आयोग ने इमरान के भाषण की जांच शुरू कर दी है। ऐसे मामलों में आयोग उन्हें चुनाव लड़ने से भी रोक सकता है। आंध्र के विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी ने इसी तरह एक बार सांप्रदायिक रूप से भड़काऊ बयान दिया था। उन्हें जेल की हवा भी खानी पड़ी थी। 'इमरान अकेला नहीं है। पूरा कांग्रेस नेतृत्व इसी तरह के आपत्तिजनक बयान देकर चुनाव में ध्रुवीकरण करना चाहता है।' सुधांशु त्रिवेदी, भाजपा प्रवक्ता 'कांग्रेस इस तरह की भाषा का समर्थन नहीं करती है, राहुल का चुनावी कार्यक्रम चलता रहेगा।'- रणदीप सुरजेवाला, कांग्रेस प्रवक्ता शक्ति सिंह गोहिल के खिलाफ शिकायत अहमदाबाद : गुजरात कांग्रेस के नेता शक्ति सिंह गोहिल के खिलाफ भाजपा नेता पुरुषोत्तम रूपाला ने शिकायत दर्ज कराई है। चुनाव आयोग को भेजे पत्र में भाजपा नेता ने गोहिल पर आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाया है। गोहिल ने 21 मार्च को मोदी को मौत का सौदागर बताते हुए कहा था कि उन्होंने रामभक्त कारसेवकों को जलने दिया और रहीम के बंदों को मरने दिया। भाजपा का आरोप है कि गोहिल के बयान से हिंदू व मुस्लिम समुदाय की भावना को ठेस पहुंचती है। साथ ही यह बयान भड़काऊ होने के साथ चुनाव में राजनीतिक फायदे का कारण भी बन सकता है।