भारत उठाएगा कदम, चीन की 'कातिल' सौगात पर लगेगी रोक
जागरण संवाददाता, बरेली। दैनिक जागरण की मुहिम की गूंज दिल्ली दरबार में भी सुनाई दी। केंद्रीय कपड़ा मंत्री संतोष गंगवार ने प्रधानमंत्री, गृह, वाणिज्य और पर्यावरण मंत्री के समक्ष चायनीज मांझे से हो रहे हादसे का मुद्दा उठाया। इसके बाद केंद्र सरकार चीन की कातिल सौगात पर प्रतिबंध लगाने की तैयारी में जुट गई है। चायनीज मांझे के खिल
By Edited By: Updated: Thu, 17 Jul 2014 12:47 PM (IST)
जागरण संवाददाता, बरेली। दैनिक जागरण की मुहिम की गूंज दिल्ली दरबार में भी सुनाई दी। केंद्रीय कपड़ा मंत्री संतोष गंगवार ने प्रधानमंत्री, गृह, वाणिज्य और पर्यावरण मंत्री के समक्ष चायनीज मांझे से हो रहे हादसे का मुद्दा उठाया। इसके बाद केंद्र सरकार चीन की कातिल सौगात पर प्रतिबंध लगाने की तैयारी में जुट गई है।
चायनीज मांझे के खिलाफ शुरू हुई दैनिक जागरण की मुहिम में केंद्रीय कपड़ा मंत्री संतोष गंगवार भी शामिल हो गए हैं। उन्होंने चीनी मांझे से हो रहे हादसों का मुद्दा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री राजनाथ सिंह के समक्ष उठाया। संतोष गंगवार ने मोदी और राजनाथ सिंह को बताया कि चायनीज मांझे में सूती धागे की जगह नायलॉन और प्लास्टिक के तार का इस्तेमाल किया जाता है। इस तार पर लोहे और कांच के बुरादे के साथ रासायनिक घोल चढ़ाया जाता है, जो जानलेवा होता है। संतोष गंगवार ने चायनीज मांझे की चपेट में आने से हुई मौत का आंकड़ा भी मोदी और राजनाथ के समक्ष रखते हुए इसके आयात पर रोक लगाने की मांग की। इसी के साथ केंद्रीय कपड़ा मंत्री संतोष गंगवार ने वाणिज्य राज्य मंत्री निर्मला सीतारमण से भी चायनीज मांझे पर प्रतिबंध लगाने की मांग की। उन्होंने बताया कि चीनी मांझे के कारण बरेली में करीब डेढ़ लाख परिवार भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं। देश भर में इन कारीगरों की संख्या डेढ़ करोड़ के आसपास है। चीन से आने वाले मांझे में प्लास्टिक का तार होने से यह सस्ता तो पड़ रहा है, लेकिन जानलेवा है। लोगों की जिंदगी और परंपरागत उद्योग को बचाने के लिए संतोष गंगवार ने निर्मला सीतारमण से चीनी मांझे को प्रतिबंधित सामान की सूची में शामिल करने की मांग उठाई। संतोष गंगवार ने चायनीज मांझे के इस्तेमाल से होने वाले पर्यावरण और पशु-पक्षियों के नुकसान का मुद्दा उठा इसे पर्यावरण अधिनियम का खुला उल्लंघन बताते हुए पर्यावरण राज्य मंत्री प्रकाश जावडेकर से भी रोक लगाने की मांग की। संतोष गंगवार ने बताया कि केंद्र सरकार चायनीज मांझे के कारण असमय खत्म हो रही जिंदगियों और चौपट हो रहे कारोबार को लेकर खासी गंभीर है। चायनीज मांझे के आयात पर रोक लगाने के साथ ही इसे जल्द ही प्रतिबंधित सामान की सूची में डाला जाएगा। श्री गंगवार ने प्रशंसा करते हुए कहा कि सामाजिक सरोकारों को मुद्दा बनाकर जागरण ने जो पहल शुरू ही है वाकई काबिले तारीफ है। इस मुहिम से न सिर्फ मासूम जिंदगियां बचाई जा सकेंगी, बल्कि हजारों परिवारों के सामने मुंह बाए खड़े रोजी-रोटी के संकट को भी खत्म किया जा सकेगा।