Move to Jagran APP

मोदी का गांव-घर देखना चाहते हैं चीन के राष्ट्रपति

चीन के राष्ट्रपति शी जीनपिंग अगले माह अपने भारत दौरे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गांव और पैतृक घर भी देखना चाहते हैं। जीनपिंग के दौरे की तैयारियों को अंतिम रूप दे रहे चीन ने इस बाबत भारत से आग्रह किया है। पड़ोसी देश के इस आग्रह को मुकम्मल करने की कोशिशें परवान चढ़ीं तो खुद मोदी मेहमान राष्ट्रपति को अपने

By Edited By: Updated: Sat, 30 Aug 2014 09:47 AM (IST)
Hero Image

नई दिल्ली, प्रणय उपाध्याय। चीन के राष्ट्रपति शी जीनपिंग अगले माह अपने भारत दौरे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गांव और पैतृक घर भी देखना चाहते हैं। जीनपिंग के दौरे की तैयारियों को अंतिम रूप दे रहे चीन ने इस बाबत भारत से आग्रह किया है। पड़ोसी देश के इस आग्रह को मुकम्मल करने की कोशिशें परवान चढ़ीं तो खुद मोदी मेहमान राष्ट्रपति को अपने साथ लेकर गुजरात जा सकते हैं।

उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक चीन के राष्ट्रपति को 17 सितंबर को तीन दिवसीय दौरे पर भारत पहुंचना है। बीते साल राष्ट्रपति पद संभालने के बाद जीनपिंग की भारतीय उपमहाद्वीप की इस पहली यात्रा की तैयारियों के बीच उनके गुजरात जाने को लेकर भी तैयारी हो रही है। जीनपिंग प्रधानमंत्री मोदी के पैतृक गांव वडनगर भी जा सकते हैं। प्रधानमंत्री का गांव गुजरात के मेहसाणा जिले में हैं। मेहमान राष्ट्रपति के दौरे की तैयारियों से जुडे़ सूत्रों के मुताबिक अभी इस योजना का खाका तैयार किया जा रहा है।

प्रधानमंत्री मोदी और चीन के राष्ट्रपति बीते माह ब्राजील में हुए ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान अलग से भी मिल चुके हैं। इस मुलाकात में दोनों नेताओं के बीच खासी गर्मजोशी नजर आई थी और उनकी बातचीत का दौर पूर्व निर्धारित 40 मिनट के बजाए दोगुने वक्त तक चला था। इस वार्ता के दौरान चीन के राष्ट्रपति ने दोनों देशों के बीच सहयोग संभावनाओं के इस्तेमाल पर जोर देने के साथ ही गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर मोदी की अगुआई में हुए औद्योगिक विकास की भी सराहना की थी।

राष्ट्रपति जीनपिंग के दौरे में चीन, भारत में प्रधानमंत्री मोदी की ओर से शुरू की गई ढांचागत विकास की व्यापक योजनाओं में भागीदारी की संभावना देख रहा है। सूत्रों के मुताबिक इस दौरान दोनों मुल्कों के बीच दो दर्जन से ज्यादा समझौतों पर दस्तखत की उम्मीद है। इसमें गुजरात और महाराष्ट्र में चीनी औद्योगिक पार्क लगाने संबंधी करार भी संभावित है।

पड़ोसी देश की ओर से आम चुनाव के बाद गत 26 मई को सत्ता संभालने वाली मोदी सरकार के साथ रिश्तों के नए पुल बनाने की कई कोशिशें हुई हैं। मोदी सरकार के पद संभालने के पहले हफ्ते में ही जीनपिंग ने अपने विदेश मंत्री वांग यी को भारत भेजा था। बीते तीन महीनों में भारतीय उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी और सेनाध्यक्ष के तौर पर जनरल बिक्रम सिंह भी चीन का दौरा कर चुके हैं।

पढ़ें: मेहसाणा ने पीएम-सीएम के साथ ही भाजपा को अध्यक्ष भी दिया

पढ़ें: भारत को उठाना होगा दक्षिण चीन सागर की आजादी का जिम्मा