भारत की सीमा में घुसा चीनी हेलीकॉप्टर
उत्तराखंड के चमोली जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर एक बार फिर से चीन की कथित घुसपैठ का मामला चर्चा में है। बताया जा रहा है कि चीनी सेना का हेलीकॉप्टर बाड़ाहोती के पास भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के रिमखिम चेकपोस्ट के ऊपर मंडराया। दो महीने के अंतराल में ऐसा दो बार हुआ है। हालांकि राज्य सरकार और चमोली
By Edited By: Updated: Thu, 19 Jun 2014 10:14 AM (IST)
गोपेश्वर (चमोली), जासं। उत्तराखंड के चमोली जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर एक बार फिर से चीन की कथित घुसपैठ का मामला चर्चा में है। बताया जा रहा है कि चीनी सेना का हेलीकॉप्टर बाड़ाहोती के पास भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के रिमखिम चेकपोस्ट के ऊपर मंडराया। दो महीने के अंतराल में ऐसा दो बार हुआ है। हालांकि राज्य सरकार और चमोली जिला प्रशासन ने ऐसी किसी भी घटना से इन्कार किया है।
क्षेत्र के ग्रामीण इस इलाके में आइटीबीपी चेकपोस्ट के ऊपर हेलीकॉप्टर मंडराने की बात कर रहे हैं। यह हेलीकॉप्टर किसका होगा, इससे ग्रामीण अनजान हैं। चमोली जिले की सीमा तिब्बत और चीन से सटी है। यहां करीब 50 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर ग्यालडुग, रिमखिम, अपर रिमखिम, नीती पास माणा आदि क्षेत्रों में आइटीबीपी तैनात है। चर्चा है कि बीते दिनों दिनों चीनी सेना का हेलीकॉप्टर तकरीबन आठ किलोमीटर भीतर तक भारत की सीमा में घुसा और आइटीबीपी की रिमखिम चेकपोस्ट के ऊपर मंडराता रहा। 10 से 15 मिनट बाद वह वापस अपनी सीमा में चला गया। दो महीने में दूसरी बार ऐसा देखने को मिला। जिलाधिकारी एसए मुरुगेशन ने इसे अफवाह करार दिया। राज्य सरकार ने भी ऐसी किसी घटना से इन्कार किया है। कहीं यहां भी न बन जाएं करगिल जैसे हालात
उत्तराखंड से सटी 330 किलोमीटर लंबी चीन सीमा पर 'ड्रैगन' की घुसपैठ बढ़ती जा रही है। उस पर सीमावर्ती क्षेत्र में विकास योजनाओं की धीमी रफ्तार और सीमा पार चीन की पक्की सड़कों का निर्माण चिंता का सबब है। आलम यह कि उत्तराखंड की चीन से सटी सीमा तक पहुंचने के लिए अधिकांश क्षेत्रों में सेना को भी कई किलोमीटर पैदल चलना पड़ता है। निरंतर पलायन के कारण यह क्षेत्र आबादी विहीन होते जा रहे हैं। सैन्य विशेषज्ञों की मानें तो चीन उत्तराखंड के कई हिस्सों से भारत आ सकता है। वैसे तो इस क्षेत्र में अनगिनत स्थान हैं, जहां से दुश्मन वार कर सकता है। पढ़ें : भारत से संबंध मजबूत करने के प्रयास में लगा चीन