भाजपा-तृणमूल में तकरार बढ़ी
कोलकाता में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और तृणमूल को कठघरे में खड़ा किया तो पलटवार तत्काल हुआ। दोनों दलों में बढ़ी तकरार का नजारा सोमवार को संसद में देखने को मिला। दोनों सदनों में तृणमूल ने सीधे-सीधे आरोप लगाया कि जेल में बंद सहारा ग्रुप के
By Kamal VermaEdited By: Updated: Mon, 01 Dec 2014 08:51 PM (IST)
नई दिल्ली। कोलकाता में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और तृणमूल को कठघरे में खड़ा किया तो पलटवार तत्काल हुआ। दोनों दलों में बढ़ी तकरार का नजारा सोमवार को संसद में देखने को मिला। दोनों सदनों में तृणमूल ने सीधे-सीधे आरोप लगाया कि जेल में बंद सहारा ग्रुप के मालिक की लाल डायरी में शाह का नाम है। यानी उन्हें सहारा की ओर से उपकृत किया गया था।
अन्य दलों का नहीं मिला साथ हालांकि, उन्हें विपक्ष के किसी भी दूसरे दल का साथ नहीं मिला। तृणमूल की ओर से विपक्ष को एकजुट करने की कोशिश हुई, लेकिन वह अलग थलग ही रही। सपा या कांग्रेस की ओर से उसे कोई समर्थन नहीं मिला। शोर शराबे में कुछ देर तक सदन की कार्यवाही बाधित रही। भाजपा ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि सारधा चिटफंड घोटाले में उलझी तृणमूल बौखलाहट और हताशा में बेबुनियाद आरोप लगा रही है।लोकसभा में बाधित हुआ प्रश्नकाल
पिछले दो दिनों से सामान्य चल रहा प्रश्नकाल सोमवार को फिर बाधित हो गया। लोकसभा में तृणमूल की ओर से प्रश्नकाल काल स्थगन की नोटिस दी गई थी। इसकी अनुमति तो नहीं मिली लेकिन तृणमूल सदस्यों ने आसंदी तक पहुंचकर शाह पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। लाल डायरी दिखाते हुए उन्होंने कहा कि यह सहारा की डायरी है और उसमें शाह का भी नाम है। यह और बात है कि तृणमूल का आरोप ही तथ्यहीन थे। तृकां सांसदों का कहना था सीबीआइ ने सहारा कार्यालयों के रेड में यह डायरी जब्त की थी। जबकि सहारा का पूरा मामला आयकर के दायरे में है।संसदीय कार्य मंत्री ने बोला हमला
संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडू ने विरोध जताते हुए कहा कि सदन में ऐसे किसी व्यक्ति का नाम नहीं लिया जा सकता है जो सदस्य न हो। उन्होंने तृणमूल सांसदों के व्यवहार को अशोभनीय करार दिया। शोर शराबे में कुछ देर के लिए दोनों सदन की कार्यवाही बाधित रही। बाहर तृणमूल पर हमला करते हुए नायडू और भाजपा सचिव श्रीकांत शर्मा ने इसे बौखलाहट करार दिया। उन्होंने कहा कि चिटफंड मामले में फंसी तृणमूल की जमीन खिसक रही है। मां, माटी और मानुष की बात कहने वाली पार्टी का असली चेहरा जनता के सामने आ गया है। तृणमूल से मोहभंग हो चुका है और प्रदेश की जनता भाजपा की ओर से देख रही है। रविवार को अमित शाह की रैली में इसकी झलक दिख चुकी है। यही कारण है कि तृणमूल मनगढंत आरोप लगा रही है।पढ़े: अब झारखंड से भी कांग्रेस का सफाया हो जाएगा: अमित शाह शाह ने तृणमूल को उखाड़ फेंकने का किया आह्वान