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आगरा: दिल आहत, दोनों तरफ आग

धर्मातरण के मामले के बाद दोनों समुदायों की तरफ से हुई प्रतिक्रिया से शहर के अमन-चैन पर फिक्र के बादल गहराए हुए हैं। हिंदू संगठनों के बयान से मुस्लिम संस्थाएं आहत हैं तो मुस्लिमों की गतिविधि से हिंदूवादी संगठनों में आक्रोश है।

By Murari sharanEdited By: Updated: Wed, 17 Dec 2014 12:11 AM (IST)
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आगरा [जागरण संवाददाता]। धर्मातरण के मामले के बाद दोनों समुदायों की तरफ से हुई प्रतिक्रिया से शहर के अमन-चैन पर फिक्र के बादल गहराए हुए हैं। हिंदू संगठनों के बयान से मुस्लिम संस्थाएं आहत हैं तो मुस्लिमों की गतिविधि से हिंदूवादी संगठनों में आक्रोश है। लगातार चल रही प्रतिक्रियाओं के बीच मंगलवार को दोनों ओर से नारेबाजी हुई। अधिकारियों को ज्ञापन देकर कार्रवाई की मांग की गई।

हिंदू युवा वाहिनी के दर्जनों कार्यकर्ता दोपहर 12.30 बजे कलक्ट्रेट पहुंचे। थोड़ी सी नारेबाजी के बाद एसीएम को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। संगठन के जिलाध्यक्ष दानवीर परमार ने कहा कि घर वापसी कार्यक्रम में किसी निर्दोष को बेवजह न फंसाया जाए। जिन लोगों ने वेदनगर में भगवा ध्वज जलाया, उन्हें चिन्हित कर जेल भेजा जाए। शहर की बस्तियों में रहने वालों की गहन जांच के साथ ही इस पूरे घटनाक्रम की मजिस्ट्रेटी जांच कराई जाए।

वहीं, दूसरी ओर उप्र सर्वदलीय मुस्लिम एक्शन कमेटी के सदस्य सपा और कांग्रेस के नेताओं के साथ कलक्ट्रेट पहुंचे। उन्होंने डीएम और एसएसपी कार्यालय में ज्ञापन सौंपा। संस्था के निजाम अली और हाजी बिलाल ने कहा कि पिछले दिनों बजरंग दल के अज्जू चौहान ने कहा था कि 'बेटी बचाओ, बहू लाओ' अभियान चलाया जाएगा। मुस्लिम समाज के लिए यह असहनीय है। अज्जू चौहान को जेल नहीं भेजा तो शहर की फिजां बिगड़ सकती है।