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दिल्ली विधानसभा में चूड़ी-लिपिस्टिक के साथ हंगामा

नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। दिल्ली विधानसभा में गुरुवार को भाजपा और कांग्रेस के विधायकों ने सदन की मर्यादा को तार-तार कर दिया। अपने नेताओं की मौजूदगी में इन्होंने विधानसभा अध्यक्ष एमएस धीर, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और कानून मंत्री सोमनाथ भारती के साथ अभद्रता की। यहां तक कि दोनों पार्टियों ने मिलकर अमर्यादित व्यवहार करने वाले विधायकों के खिलाफ कार्रवाई का विधानसभा अध्यक्ष का अधिकार भी जब्त कर लिया।

By Edited By: Updated: Fri, 14 Feb 2014 08:12 AM (IST)
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नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। दिल्ली विधानसभा में गुरुवार को भाजपा और कांग्रेस के विधायकों ने सदन की मर्यादा को तार-तार कर दिया। अपने नेताओं की मौजूदगी में इन्होंने विधानसभा अध्यक्ष एमएस धीर, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और कानून मंत्री सोमनाथ भारती के साथ अभद्रता की। यहां तक कि दोनों पार्टियों ने मिलकर अमर्यादित व्यवहार करने वाले विधायकों के खिलाफ कार्रवाई का विधानसभा अध्यक्ष का अधिकार भी जब्त कर लिया। कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा और कांग्रेस सदस्यों ने हंगामा चालू कर दिया। अध्यक्ष का माइक तोड़ दिया। उनके सामने रखे सदन की कार्यवाही से संबंधित कागजात फाड़ दिए। मुख्यमंत्री के सामने अदरक और कानून मंत्री भारती के आगे चूड़ियां, सिंदूर और लिपिस्टिक रख दी गई। यह सब कुछ उस वक्त हो रहा था जब लोकसभा में भी सांसद अपनी हरकतों से समूचे देश को शर्मसार कर रहे थे।

विधानसभा में हंगामे के लिए भाजपा ने किसी तरह का खेद जताने की बजाय कहा है कि भारती का इस्तीफा होने तक वे सदन की कार्यवाही को इसी तरह बाधित करते रहेंगे। विपक्ष के नेता डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि भारती पद पर बने नहीं रह सकते। उधर, मुख्यमंत्री केजरीवाल ने आरोप लगाया है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रमुख मुकेश अंबानी पर एफआइआर होने की वजह से दोनों पार्टियां साथ मिल गई हैं।

उन्होंने कहा कि वे हार मानने वाले नहीं हैं। इसके बावजूद सदन में उनकी सरकार यह बिल पेश करती रहेगी। अगर बिल पेश करने के प्रस्ताव को नहीं माना गया तो उसी समय वे इस्तीफा दे देंगे। मुख्यमंत्री ने माना कि मौजूदा परिस्थितियों में रविवार तक विधानसभा में इस बिल का पास होना संभव नहीं दिख रहा। लेकिन उन्होंने कहा कि यह बिल पेश करने का उनका प्रयास जारी रहेगा। अगले दो-तीन दिन तक देखेंगे।

जहां इतने दशक इंतजार किया है, दस दिन और सही। लेकिन अगर बिल पेश करने के प्रस्ताव को सदन में पराजित कर दिया गया तो फिर सरकार चलाने का कोई मतलब नहीं।

इससे पहले युगांडा की महिलाओं के साथ कानून मंत्री सोमनाथ भारती के कथित दु‌र्व्यवहार को लेकर कांग्रेस और भाजपा ने विधानसभा अध्यक्ष को ध्यानाकर्षण प्रस्ताव का नोटिस दिया था। जैसे ही अध्यक्ष अपने आसन पर पहुंचे, डॉ. हर्षवर्धन ओर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली अपनी-अपनी जगह पर खड़े होकर जोर-जोर से बोलने लगे। दोनों दलों के सदस्यों ने भी उनका साथ देना शुरू कर दिया।

उनकी मांग थी कि पहले उनके प्रस्ताव को स्वीकार कर उस पर बहस कराई जाए। जदयू के शोएब इकबाल भी कांग्रेसी सदस्यों के साथ दिखाई दिए। हंगामे के बीच मुख्यमंत्री, उनके मंत्री और आम आदमी पार्टी विधायक चुपचाप अपनी सीट पर बैठकर देखते रहे।

पढ़ें: लोकसभा में मिर्च स्प्रे कांड

दिल्ली विधानसभा का सत्र आज ही शुरू हुआ। दोपहर बाद करीब चार बजे कांग्रेस और बीजेपी विधायकों ने कानून मंत्री सोमनाथ भारती के इस्तीफे की मांग को लेकर नारेबाजी शुरू कर दी जो कुछ ही देर में हंगामे में बदल गई। सूत्रों के अनुसार कुछ विधायकों ने माइक तोड़ दिए।

सोमनाथ भारती खिड़की एक्सटेंशन में विदेशी महिलाओं के घर पर रेड करने की अपनी कार्रवाई को लेकर विवादों में हैं।