सीमा सुरक्षा को लेकर कांग्रेस ने किया भाजपा पर वार
राष्ट्रीय और सीमा सुरक्षा से जुड़े जिन मसलों को लेकर भाजपा ने यूपीए सरकार पर निशाना साध सत्ता हासिल की थी, मोदी सरकार की पहली वर्षगांठ पर उन्हीं मुद्दों को ले कांग्रेस ने पलटवार किया है। विशेष तौर पर पाकिस्तान और चीन को लेकर सरकार के रुख में दिख रही
By Abhishek Pratap SinghEdited By: Updated: Sat, 23 May 2015 03:13 PM (IST)
रांची। राष्ट्रीय और सीमा सुरक्षा से जुड़े जिन मसलों को लेकर भाजपा ने यूपीए सरकार पर निशाना साध सत्ता हासिल की थी, मोदी सरकार की पहली वर्षगांठ पर उन्हीं मुद्दों को ले कांग्रेस ने पलटवार किया है। विशेष तौर पर पाकिस्तान और चीन को लेकर सरकार के रुख में दिख रही नरमी की कांग्रेस ने कड़ी आलोचना की है।
शुक्रवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में कांग्रेस प्रवक्ता संजय निरुपम ने पाकिस्तान और चीन के अलावा फ्रांस से जुड़े रक्षा समझौते का मसला उठाते हुए मोदी सरकार पर जमकर प्रहार किए।संजय निरुपम ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार के एक साल के कार्यकाल में भारत-पाकिस्तान और भारत-चीन सीमा को लेकर कूटनीतिक और सुरक्षा रणनीति कमजोर साबित हुई है। रक्षा खर्च का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि वर्ष 2009 से 2013-14 तक रक्षा खर्च, बजट राशि के बराबर या उससे अधिक खर्च हुई थीै लेकिन पिछले साल यह सरकार रक्षा बजट के 28 हजार करोड़ रुपये इस्तेमाल नहीं कर सकी। चीन से मुकाबला करने के यूपीए सरकार के फैसले का जिक्र करते हुए कहा कि इसके लिए विशेष तौर पर 85 हजार करोड़ के माउंटेन स्ट्राइक कोर बजट का प्रावधान किया गया था। नए रक्षा मंत्री ने इस बजट को पूंजी की कमी का हवाला देते हुए आधा कर दिया। कांग्रेस प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि बजट में यह कटौती पूंजी की कमी से नहीं, बल्कि चीन के एतराज की वजह से की गई। उन्होंने जोर देकर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन के एतराज के आगे घुटने टेक दिए।