सुब्रहमण्यम स्वामी पर कैसे पहुंचे अगस्ता से जुड़े अहम दस्तावेज: कांग्रेस
अगस्ता वेस्टैंड सौदे से जुड़े अहम दस्तावेजों के भाजपा नेता सुब्रहमाण्यम स्वामी के पास पहुंचने को लेकर आज राज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ। कांग्रेस ने पूछा कि यह उनके पास कहांं से आए।
By Kamal VermaEdited By: Updated: Thu, 05 May 2016 09:43 PM (IST)
नई दिल्ली (जागरण ब्यूरो)। अगस्ता सौदे से जुड़े संवेदनशील कागजात सुब्रह्मण्यम स्वामी तक पहुंचने को लेकर कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को राज्यसभा में जमकर हंगामा किया। पार्टी ने पूछा कि सदन में पेश ये कागजात प्रमाणित हैं या नहीं? हालांकि, सरकार ने स्पष्ट किया कि स्वामी ने प्रमाणित दस्तावेज ही सदन में पेश किए थे।
शून्यकाल में विपक्ष के उप नेता आनंद शर्मा ने इस मुद्दे पर व्यवस्था का प्रश्न उठाया। उन्होंने कहा कि बुधवार को सदन में सीबीआइ और ईडी के संवेदनशील दस्तावेजों का संदर्भ दिया गया था। सदन जानना चाहता है कि सम्मानीय, बल्कि, कम सम्माननीय सदस्य को गोपनीय दस्तावेज आखिर किस प्रकार उपलब्ध कराए गए? उन्होंने इन दस्तावेजों को पीठ के समक्ष प्रमाणित करने की जहमत उठाना भी जरूरी नहीं समझा।सीबीआइ अगस्ता डील में संदिग्धों से करे पूछताछ : सुब्रमण्यम स्वामी इस पर उप सभापति पीजे कुरियन ने कहा कि यदि स्वामी ने कागजात प्रमाणित करने के उनके फैसले का पालन नहीं किया है, तो नियमानुसार कार्रवाई होगी। लेकिन कांग्रेस सदस्य संतुष्ट नहीं हुए और विरोध जताने लगे। इस पर संसदीय कार्य राज्यमंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने स्पष्ट किया कि स्वामी ने पीठ के समक्ष प्रमाणित करने के बाद ही कल सदन में कागजात पेश किए थे।
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इससे पहले कांग्रेस के प्रमोद तिवारी ने व्यवस्था का प्रश्न उठाते हुए कहा कि एक टीवी चैनल दिखा रहा है कि किस तरह सरकारी एजेंसियां गांधी परिवार को फंसाने के लिए धार्मिक मिशनों पर दबाव डाल रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ देशद्रोही देश को अस्थिर करने के लिए विदेश से धन प्राप्त कर रहे हैं। लेकिन कुरियन ने इसे व्यवस्था का प्रश्न मानने से इन्कार कर दिया। इस पर सत्यव्रत चतुर्वेदी समेत कांग्रेस सदस्यों के साथ कुरियन की तीखी नोक-झोंक हुई।
इससे पहले कांग्रेस के प्रमोद तिवारी ने व्यवस्था का प्रश्न उठाते हुए कहा कि एक टीवी चैनल दिखा रहा है कि किस तरह सरकारी एजेंसियां गांधी परिवार को फंसाने के लिए धार्मिक मिशनों पर दबाव डाल रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ देशद्रोही देश को अस्थिर करने के लिए विदेश से धन प्राप्त कर रहे हैं। लेकिन कुरियन ने इसे व्यवस्था का प्रश्न मानने से इन्कार कर दिया। इस पर सत्यव्रत चतुर्वेदी समेत कांग्रेस सदस्यों के साथ कुरियन की तीखी नोक-झोंक हुई।
हाई कोर्ट से दस्तावेज प्राप्त होते ही पेश कर देंगे गवाहों की लिस्ट: स्वामीइस तरह हुआ सवाल-जवाब जयराम रमेश : कल आपने सदस्य से दस्तावेजों को प्रमाणित करने को कहा था। क्या वे सभी दस्तावेज प्रमाणित थे? सदस्य उन्हीं कागजात के आधार पर व्यंग्य बाण चला रहे हैं। पीजे कुरियन : मैं इसकी जांच करूंगा। रमेश : इसमें कितना समय लगेगा? आपने कहा कि आप उनके शब्दों को कार्यवाही से निकाल देंगे। लेकिन जो हिस्सा यूट्यूब और सजीव प्रसारण में चला गया उसे कैसे निकालेंगे?। कुरियन : राज्यसभा महासचिव से इस संबंध में एक नोट पेश करने को कहा जाएगा।देश में सुरक्षित माहौल बनाना सिर्फ सरकारों की जिम्मेदारी नहीं: किरण रिजिजू
यह है मामला सुब्रह्मण्यम स्वामी ने बुधवार को राज्यसभा में कहा था कि वह इटली की अदालत के दस्तावेजों को उद्धृत कर रहे हैं। इनमें कहा लगाया गया है कि 3600 करोड़ रुपये के अगस्ता वेस्टलैंड सौदे में करोड़ों रुपये रिश्वत के तौर पर दिए गए। स्वामी ने कहा कि अभिषेक मनु सिंघवी ने भी इन्हीं दस्तावेजों को उद्धृत किया था। अत: मेरे साथ सिंघवी को भी इन्हें प्रमाणित करने चाहिए। इस पर कुरियन ने दोनों से कागजात प्रमाणित करने को कहा था।सु्ब्रहमाण्यम स्वामी से जुड़ी सभी खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें
यह है मामला सुब्रह्मण्यम स्वामी ने बुधवार को राज्यसभा में कहा था कि वह इटली की अदालत के दस्तावेजों को उद्धृत कर रहे हैं। इनमें कहा लगाया गया है कि 3600 करोड़ रुपये के अगस्ता वेस्टलैंड सौदे में करोड़ों रुपये रिश्वत के तौर पर दिए गए। स्वामी ने कहा कि अभिषेक मनु सिंघवी ने भी इन्हीं दस्तावेजों को उद्धृत किया था। अत: मेरे साथ सिंघवी को भी इन्हें प्रमाणित करने चाहिए। इस पर कुरियन ने दोनों से कागजात प्रमाणित करने को कहा था।सु्ब्रहमाण्यम स्वामी से जुड़ी सभी खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें