क्या कांग्रेस को मिलेगा बुजुर्गों का आशीर्वाद?
सूबे की हुकूमत की जंग में करारी मात खा चुकी कांग्रेसी नेतृत्व को यह यकीन हो चला है कि मतदाताओं के दिलों में उतरने के लिए नेताओं का सड़कों पर उतरना जरूरी है। शायद यही वजह है कि पार्टी ने अब प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन की अगुआई में दिल्ली के
नई दिल्ली : सूबे की हुकूमत की जंग में करारी मात खा चुकी कांग्रेसी नेतृत्व को यह यकीन हो चला है कि मतदाताओं के दिलों में उतरने के लिए नेताओं का सड़कों पर उतरना जरूरी है। शायद यही वजह है कि पार्टी ने अब प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन की अगुआई में दिल्ली के बुजुर्गों का आशीर्वाद लेने के बहाने घर-घर दस्तक देने की कवायद शुरू कर दी है। पार्टी कार्यकर्ता बुजुर्गों से मिलेंगे, उनकी सुरक्षा की चिंता करेंगे और उनका जन्मदिन भी मनाएंगे।
माकन ने रविवार को 'आपके द्वार श्रवण कुमार नाम से खास अभियान की शुरुआत की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि जो लोग जिंदगी भर हमारी सेवा करते हैं, बुजुर्ग होने पर उन्हें हमारी जरूरत होती है। लिहाजा, हमारे कार्यकर्ताओं को चाहिए कि वे बुजुर्गों के घर जाएं और उनकी सुरक्षा, सुविधाओं से संबंधित पहलुओं से उन्हें अवगत कराएं। उनके सुख-दुख में शामिल होकर उन्हें पार्टी से जोड़ें।
माकन ने कहा कि योजना के दूसरे चरण में 70 वर्ष या इससे अधिक सभी बुजुर्गों के बारे में जानकारी जुटाकर स्थानीय कार्यकर्ता संबंधित थानों में देंगे। ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के कार्यकर्ता हर माह के पहले शनिवार को उन सभी बुजुर्गों का जन्मदिन मनाएंगे जिनका जन्मदिन उस माह में पड़ रहा होगा।