Move to Jagran APP

परमाणु करार का संसद में विरोध करेगी कांग्रेस

परमाणु करार पर पार्टी का उहापोह खत्म कर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी को जंग के मैदान में उतार दिया है। राहुल ने करार के मसौदे से देश और जनता पर बोझ पड़ने की बात कहते हुए इसे गरीब विरोधी बताया है।

By Bhupendra SinghEdited By: Updated: Fri, 30 Jan 2015 08:29 AM (IST)

नई दिल्ली। परमाणु करार पर पार्टी का उहापोह खत्म कर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी को जंग के मैदान में उतार दिया है। राहुल ने करार के मसौदे से देश और जनता पर बोझ पड़ने की बात कहते हुए इसे गरीब विरोधी बताया है। राहुल ने गुरुवार को यहां एक रैली में भाजपा पर सांप्रदायिकता फैलाने का आरोप भी जड़ा।

परमाणु समझौते को लेकर राहुल के रुख को कांग्रेस की बजट सत्र की रणनीति से जोड़कर देखा जा रहा है। इससे पहले करार के विरोध को लेकर पार्टी में दो राय सामने आ रही थीं। संप्रग-एक की बड़ी कामयाबी के रूप में देखे जाने वाले परमाणु करार के विरोध को लेकर पार्टी का एक तबका संशय में था।

यह तबका इसे अपनी उपलब्धि के तौर पर प्रचारित करना चाह रहा था। पार्टी प्रवक्ताओं के करार विरोधी बयानों के बीच यह कहकर गुंजाइश रखी जा रही थी कि अभी इस मामले पर सरकार के पक्ष से मिलने वाली जानकारी का इंतजार है।

कांग्रेस ने यह भी कहा था कि वह परमाणु करार का विरोध नहीं कर रही क्योंकि भारत-अमेरिका परमाणु करार का पूरा मसौदा संप्रग सरकार ने ही तैयार किया था और इसे परिणति तक पहुंचाने में पार्टी की बड़ी भूमिका रही है। गौरतलब है कि अमेरिका से परमाणु करार के मुद्दे पर सरकार को दांव पर लगा देने के बाद भी तब भाजपा के विरोध के कारण कांग्रेसनीत संप्रग सरकार इस समझौते को परिणति तक पहुंचाने में नाकाम रही थी।

राहुल के बयान के बाद करार को अपनी उपलब्धि के रूप में देख रहा पार्टी का एक तबका हतप्रभ है। जबकि, मनमोहन सरकार के कई निर्णयों से इत्तफाक न रखने वाला पार्टी का दूसरा गुट इसे बदलाव के रूप में देख रहा है। इससे पहले भी राहुल ने जन प्रतिनिधित्व कानून को लेकर तत्कालीन मनमोहन सरकार की फजीहत कराई थी। तब राहुल ने संप्रग सरकार के अध्यादेश को फाड़ने की बात कह सरकार को यू-टर्न लेने के लिए मजबूर कर दिया था।

सांप्रदायिकता फैला रही भाजपा

यमुनापार के अल्पसंख्यक बहुल शास्त्री पार्क इलाके में इस रैली में राहुल ने भाजपा पर सांप्रदायिकता फैलाने का आरोप जड़ा। सहारनपुर, मुजफ्फरनगर व राजधानी के त्रिलोकपुरी में हुए दंगों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, जब-जब चुनाव आते हैं भाजपा दंगे कराती है। राहुल के इस बयान को पार्टी के कोर वोटर की ओर लौटने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।

मोदी पहनते हैं लाखों का सूट

राहुल ने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दस लाख रुपये के सूट पर तंज कसते हुए कहा कि देश के लोगों के खातों में काले धन का 15 लाख रुपया तो नहीं पहुंचा लेकिन प्रधानमंत्री ने लाखों का सूट जरूर बनवा लिया।

कपड़े नहीं काम देखें

राहुल के इस बयान पर पलटवार करते हुए भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, राहुल गांधी प्रधानमंत्री के वस्त्र देख रहे हैं, मोदीजी के कृतित्व को नहीं। वह व्यक्तित्व को नहीं, आवरण को देख रहे हैं। राहुल को यह देखना चाहिए कि हमारी सरकार ने असमंजस से हटाकर देश को दिशा दी है।

राहुल की नेतृत्व क्षमता पर सवाल

पीआर बनाने में लगे हैं पीएम मोदी : राहुल गांधी