दिल्ली से सटे लोनी, फरीदाबाद और गुरुग्राम में एक्यूआई का स्तर हुआ 999, जानलेवा होती जा रही है हवा
दिल्ली और इसके आसपास के इलाके कई दिनों से गैस चैंबर बने हुए हैं। हालात लगातार खराब होते जा रहे हैें। मंगलवार को सुबह से ही हवा में पाए जाने वाले बेहद बारीक कण पीएम 2.5 का बेहद खतरनाक स्तर पर रिकार्ड किया गया है।
By Kamal VermaEdited By: Updated: Tue, 16 Nov 2021 11:32 AM (IST)
नई दिल्ली (जेएनएन)। दिल्ली और इससे सटे आसपास के राज्यों के इलाकों में हवा का स्तर लगातार बेहद खराब रिकार्ड किया जा रहा है। aqicn.org के 11:30 के ताजा आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली से सटे फरीदाबाद, गुरुग्राम, लोनी में एक्यूआई का स्तर 999 तक पहुंच गया है। ये आंकड़े आम आदमी से लेकर सरकार चिंता को और बढ़ाने का काम कर रहे हैं। सुबह से ही हवा में बेहद बारीक जानलेवा कण जिनको पीएम 2.5 कहा जाता है बेहद अधिक रिकार्ड किए गए हैं।
मंगलवार 16 नवंबर की सुबह 7 बजे दिल्ली से सटे हरियाणा के फरीदाबाद के सेक्टर 11 में एक्यूआई का स्तर 999 रिकार्ड किया गया है जो बेहद खतरनाक है। यहां के ही सेक्टर 30 में इसका लेवल 330 पाया गया है।गुरुग्राम में 310, मानेसर में 351 रिकार्ड किया गया है। इसी तरह से उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोयडा के नालेज पार्क-3 में इसका स्तर 309, नालेज पार्क-5 में 469, नोयडा के सेक्टर 116 में 376, नोयडा 125 में 308, नायडा सेक्टर 1 में 304 और सेक्टर 62 नोयडा में 465 रिकार्ड किया गया है। गाजियाबाद जिले के वसुंधरा में 350, संजय नगर में 343 रिकार्ड किया गया है। ऐसे ही यूपी के हापुड़ में सुबह सात बजे एक्यूआई का स्तर 384, मेरठ के पल्लवपुरम में 401, बागपत में 363 रिकार्ड किया गया है।
इसी तरह से राजधानी दिल्ली में आज सुबह सात बजे एक्यूआई का विभिन्न जगहों पर खतरनाक स्तर रिकार्ड किया गया। सुबह सात बजे ही आनंद विहार इलाके में एक्यूआई का स्तर 470, वजीरपुर में 440, सत्यवती कालेज के पास 450, पंजाबी बाग में 359, द्वारका में 329, पूसा में 301, मंदिर मार्ग पर 343, अरबिंदो मार्ग पर 304, मेजर ध्यान चंद स्टेडियम के पास 362, दिल्ली स्थित अमेरिकी दूतावास के पास 357, झिलमिल में 466, पटपड़गंज इलाके में 406, श्रीनिवासपुरी में 313, नेशनल इंस्टिट्यूट आफ मलेरिया रिसर्च, द्वारका में 329, मुंडका में 356, सोनिया विहार में 405, नरेला में 488, बवाना में 355, रिकार्ड किया गया है।
वायु प्रदूषण के ये ताजा आंकड़े इस बात की गवाही दे रहे हैं कि इन सभी इलाकों में हालात कल से भी अधिक खराब हैं। बता दें कि प्रदूषण के बढ़ते स्तर पर सुप्रीम कोर्ट भी चिंता जता चुका है। इस मामले में सोमवार को सुनवाई हुई थी जिसमें आज इसको लेकर केंद्र से आपात बैठक बुलाने को कहा गया है। केंद्र इस बैठक में लिए गए फैसलों की जानकारी बुधवार को मामले की सुनवाई के दौरान देगा।