Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

फिर शर्मसार होने से बची दिल्ली, चलती कार में 2 बहनों के साथ अश्लील हरकतें

नई दिल्ली [जासं]। वसंत विहार सामूहिक दुष्कर्म की घटना को लोग अभी भूल भी नहीं पाए हैं कि रविवार रात राजधानी फिर शर्मसार होने से बच गई। इनोवा कार सवार तीन युवकों ने शिलांग की रहने वाली दो सगी बहनों को लिफ्ट देने के बहाने कार में बैठा लिया और उन्हें दक्षिण व दक्षिण-पूर्वी जिले की सड़कों पर एक घंटे तक घुमाते रहे। इस

By Edited By: Updated: Tue, 24 Dec 2013 10:07 AM (IST)
Hero Image

नई दिल्ली [जासं]। वसंत विहार सामूहिक दुष्कर्म की घटना को लोग अभी भूल भी नहीं पाए हैं कि रविवार रात राजधानी फिर शर्मसार होने से बच गई। इनोवा कार सवार तीन युवकों ने शिलांग की रहने वाली दो सगी बहनों को लिफ्ट देने के बहाने कार में बैठा लिया और उन्हें दक्षिण व दक्षिण-पूर्वी जिले की सड़कों पर एक घंटे तक घुमाते रहे। इस दौरान वह उनके साथ अश्लील हरकत करते रहे। शोर मचाने व विरोध करने पर उन्होंने दोनों युवतियों की पिटाई भी की।

कार के अंदर अजीब हरकत होते देख जब एक ऑटो चालक की नजर उनपर पड़ी तब ओवर टेक कर उसने कार रोकवा ली और शोर मचाने लगा। आवाज सुन इक्कठा हुए लोगों की मदद से दो आरोपियों को मौके पर ही दबोच लिया गया और उनकी जमकर धुनाई की गई। बाद में पुलिस को बुलाकर दोनों आरोपियों को सौंप दिया गया।

अमर कालोनी थाना पुलिस ने उनके खिलाफ अपहरण, छेड़छाड़ व मारपीट की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया। कार को जब्त कर पुलिस तीसरे आरोपी की तलाश कर रही है। ऑटो चालक की दिलेरी से भले ही दो आरोपी पकड़ लिए गए, लेकिन इस घटना ने एक बार फिर राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है। बड़ा सवाल यह है कि आरोपी, दोनों बहनों को रात नौ से दस बजे तक घुमाते रहे, मगर कहीं भी पुलिस की नजर उनपर नहीं पड़ी।

पकड़े गए दोनों आरोपियों के नाम इरफान व सईद अहमद है। दोनों जम्मू-कश्मीर के राजौरी के रहने वाले हैं। यहां वे शाहपुर जाट के रहने वाले पद्म सिंह पंवार के पास नौकरी करते थे। पद्म सिंह का पुरानी कारों की खरीद-बिक्री का काम है। उन्होंने मस्जिद मोठ में ऑफिस बना रखा है। रविवार रात नौ बजे आफिस के पास से जब तीनों आरोपी पद्म सिंह की इनोवा लेकर घुमने निकले तब वहीं पर उनकी नजर सामने सड़क किनारे खड़ी 21 व 19 वर्षीय दो युवतियों पर पड़ी। दोनों बहनों को गढ़ी जाना था, जिससे वे वाहन का इंतजार कर रहीं थीं।

पढ़ें : दिल्ली में किशोरी से गैंगरेप

बड़ी बहन की गोद में छोटा सा बच्चा भी था। कार रोककर पूछताछ करने पर जब युवतियों ने गढ़ी जाने की बात कही तब तीनों ने दोनों युवतियों को बैठा लिया और छेड़छाड़ शुरू कर दी। कार जब लाजपत नगर फ्लाईओवर पर थी तब ऑटो चालक अमनदीप सिंह की नजर उनपर पड़ी। ऑटो से अमनदीप, पत्नी मेघा, व भाई-बहन तथा मां के साथ सफदरजंग अस्पताल जा रहे थे। कार जब अमर कालोनी मेन मार्केट, नेत्रहीन स्कूल के पास पहुंची तब अमनदीप ने ओवरटेक कर कार रोकवा ली और शोर मचाना शुरू कर दिया। उस समय काफी लोग बाजार में मौजूद थे।

लोगों ने घेरकर दो आरोपियों को दबोच युवतियों को मुक्त करा लिया। मामले में अमनदीप ने जिस तरह से बहादुरी दिखाई। पुलिस के आला अधिकारियों ने उसे सम्मानित करने का निर्णय लिया है।

मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर