कब तक इस आग में जले आधी आबादी?
दिल्ली गैंगरेप के आरोपी विनय के साथ तिहाड़ जेल में मारपीट होती है। आरोपी के वकील का कहना है कि उसके खाने में कैदियों ने जहर मिला दिया था। विनय की हालत गंभीर है। एक बार फिर इस हादसे ने आधी आबादी को 16 दिसंबर की काली रात याद दिला दी। गुस्से में लोग अब कैदियों द्वारा की जा रही मारपीट को ही सही ठहराने लगे हैं। आम से खास
By Edited By: Updated: Thu, 16 May 2013 09:22 AM (IST)
नई दिल्ली। दिल्ली गैंगरेप के आरोपी विनय के साथ तिहाड़ जेल में मारपीट होती है। आरोपी के वकील का कहना है कि उसके खाने में कैदियों ने जहर मिला दिया था। विनय की हालत गंभीर है। एक बार फिर इस हादसे ने आधी आबादी को 16 दिसंबर की काली रात याद दिला दी। गुस्से में लोग अब कैदियों द्वारा की जा रही मारपीट को ही सही ठहराने लगे हैं। आम से खास तक न्याय में देरी की वजह से गुस्से में हैं।
दिल्ली गैंगरेप की अब तक की खबरें यहां पढ़ें जहर देकर मारने की साजिश पांच महीनों से इंसाफ के इंतजार की आग में आधी आबादी बेबस होकर जल रही है, व्यवस्था और इंसाफ में देरी इनकी छाती पर मूंग दल रही है। अभी भी उम्मीद है कि इंसाफ सारे जख्म धो देगा लेकिन इसी तरह देरी होती रही तो यकीन मानिए हमारी बहन, बेटियों का जमीर व्यवस्था से यकीन खो देगा। जी हां, आज से ठीक पांच महीने पहले 6 युवकों ने रात करीब 9 बजे इंसायनियत की आबरू लूट ली। उस रात मानवता सिहर उठी। हैवानियत का वो नंगा नाच हुआ जिसने पूरे देश को सन्न कर दिया। आधी आबादी बदलाव के लिए पूरे दमखम के साथ सड़क से संसद तक पहुंच गई। दिल्ली पुलिस, केंद्र सरकार, राज्य सरकार, महिला संगठन, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी से लेकर सभी ने एक सुर में कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध पर लगाम कसी जानी चाहिए। दिल्ली गैंगरेप के खिलाफ जब विरोध प्रदर्शन हुए, कैंडल मार्च निकाले गए, मानव ऋंखलाएं बनाई गईं। लोगों ने आक्रोश जताया, सरकार ने बड़े-बड़े वादे किए, लेकिन आज चार महीने बाद भी दिल्ली गैंगरेप पीड़िता की आत्मा न्याय के लिए दर-दर की ठोकर खा रही है। लोगों के गुस्से का ही असर है कि नए कानून बनाए गए। यदि कानून और व्यवस्था की बात करें तो चलिए हम आपको कुछ मामले बताते हैं जिसे पढ़कर आप कहेंगे, इसे कहते हैं फैसला ऑन द स्पॉट।
पंजाब के होशियारपुर की एक स्थानीय अदालत ने नाबालिग लड़की के बलात्कार के जुर्म में एक व्यक्ति को सिर्फ तीन दिन में 12 साल कैद की सजा सुनाई। मध्य प्रदेश के खंडवा की अदालत ने रेप के आरोपी को प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रन फ्राम सेक्सुअल अफेन्सेस एक्ट 2012 के तहत चार दिन के भीतर सुनवाई पूरी कर 14 वर्ष के कारावास की सजा सुनाई।
मध्य प्रदेश के गृह मंत्री उमाशंकर गुप्ता के बंगले के पास आठ साल की बच्ची के साथ रेप के बाद हत्या मामले में दोषी को अदालत ने मात्र नौ दिनों की सुनवाई में फांसी की सजा सुनाई। दिल्ली गैंगरेप के बाद किसी शायर का ये कहना ठीक ही लगता है कि गोशे-गोशे में सुलगती है चिता तेरे लिए, जहर ही जहर है दुनिया की हवा तेरे लिए। सवाल यही उठता है कि आखिर कब तक न्याय मिलेगा? न्याय में देरी और इंसाफ नहीं मिलने में कोई खास अंतर नहीं होता। मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर