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दिल्ली गैंगरेप: पत्‍‌नी ने कहा, रेप में शामिल नहीं थे अक्षय

दिल्ली के वसंत विहार इलाके में 16 दिसंबर की रात युवती के साथ गैंगरेप में मेरे पति अक्षय शामिल नहीं थे। वे 15 दिसंबर को भाई अभय, भाभी सरिता व नौ साल के भतीजे कुंदन के साथ नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से अपने घर के लिए महाबोधि एक्सप्रेस से रवाना होकर 16 दिसंबर को सुबह औरंगाबाद के अनुग्रह नारायण रेलवे स्टेशन पह

By Edited By: Updated: Thu, 08 Aug 2013 01:56 PM (IST)

नई दिल्ली [जासं]। दिल्ली के वसंत विहार इलाके में 16 दिसंबर की रात युवती के साथ गैंगरेप में मेरे पति अक्षय शामिल नहीं थे। वे 15 दिसंबर को भाई अभय, भाभी सरिता व नौ साल के भतीजे कुंदन के साथ नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से अपने घर के लिए महाबोधि एक्सप्रेस से रवाना होकर 16 दिसंबर को सुबह औरंगाबाद के अनुग्रह नारायण रेलवे स्टेशन पहुंचे थे। दिल्ली पुलिस औरंगाबाद के तंडवा थाने की पुलिस के साथ मिलकर उनके पति को फंसाने की कोशिश कर रही है। यह कहना है वसंत विहार गैंगरेप मामले में आरोपी अक्षय की पत्‍‌नी पुनीता देवी का। उन्होंने बुधवार शाम पत्रकारों से बातचीत में ये बातें कही।

जिरह में दखलअंदाजी पर अक्षय को दी चेतावनी

वसंत विहार गैंगरेप के आरोपी अक्षय की पत्‍‌नी से जिरह के दौरान अक्षय ने बार-बार दखलअंदाजी की। जिससे अदालत ने आरोपी को चेतावनी दी। यहां तक कि बचाव पक्ष के वकील ने भी अक्षय पर चुप होने का दबाव बनाया।

साकेत कोर्ट के फास्ट ट्रैक कोर्ट के जज योगेश खन्ना की अदालत में बचाव पक्ष के गवाह के रूप में आरोपी अक्षय की पत्‍‌नी और अक्षय के ससुर के बयान दर्ज किए गए। पत्‍‌नी के बयान दर्ज करवाने के दौरान जब अभियोजन पक्ष उससे जिरह करते थे, तो उसकी जगह अक्षय बोल पड़ता था। इससे अदालत ने अक्षय को चेतावनी दी। अदालत में पत्‍‌नी ने कहा कि 16 दिसंबर की रात को अक्षय उनके साथ था। वह वारदात वाली रात दिल्ली में नहीं था। वहीं, अक्षय के ससुर ने कहा कि अक्षय निर्दोष है। उसे गलत तरीके से फंसाया गया है।

अभियोजन ने दोनों गवाहों के बयान को गलत बताया। कहा कि अक्षय के माता-पिता के दबाव की वजह से ये झूठा बयान दे रहे हैं।

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