शराब के सुरूर में भक्ति का नशा
अशोक नीर, मजीठा (अमृतसर)। दिल में आस्था, हाथ में शराब का गिलास और मन में था अथाह विश्वास.। बाबा रोडेशाह की समाधि पर रविवार को माथा टेकने पहुंचे शराब के सुरूर में मदहोश श्रद्धालुओं में कुछ ऐसा दिखा भक्ति का नशा। मन्नत पूरी होने पर भक्तों की तरफ से बाबा की समाधि पर हजारों लीटर शराब चढ़ाई गई। यही नहीं शराब का प्रस
अशोक नीर, मजीठा (अमृतसर)। दिल में आस्था, हाथ में शराब का गिलास और मन में था अथाह विश्वास.। बाबा रोडेशाह की समाधि पर रविवार को माथा टेकने पहुंचे शराब के सुरूर में मदहोश श्रद्धालुओं में कुछ ऐसा दिखा भक्ति का नशा। मन्नत पूरी होने पर भक्तों की तरफ से बाबा की समाधि पर हजारों लीटर शराब चढ़ाई गई। यही नहीं शराब का प्रसाद पीने के लिए पुरुषों के साथ-साथ महिलाओं व बच्चों में भी होड़ लगी रही। हालांकि इस आस्था में अधिक शराब पीने से एक श्रद्धालु की मौत हो गई, लेकिन बावजूद इसके संगत का सैलाब रुका नहीं। अमृतसर-मजीठा रोड पर स्थित लाहौर ब्रांच के साथ सटी बाबा रोडेशाह की समाधि पर रविवार को लगे मेले में सुबह 11 बजे से संगत के आने का सिलसिला शुरू हो गया। हाथों में शराब की कैनियां, विदेशी व देशी शराब की महंगी बोतलें लहराते हुए परिजनों के साथ नाच रहे लोग बाबा की समाधि की तरफ आगे बढ़ रहे थे। माथा टेकने के साथ ही हर श्रद्धालु शराब का प्रसाद चढ़ा रहा था। यह शराब आयोजकों की तरफ से मौजूद लोग एक बड़े से टब में डाल रहे थे। देसी, विदेशी व घर की निकाली हुई शराब के लिए अलग-अलग टब रखे गए थे।
इसी में से श्रद्धालुओं को शराब का प्रसाद बांटा जा रहा था। शराब का प्रसाद लेने में महिलाएं भी हिचक नहीं रहीं थी। इतना जरूर था कि शराब का प्रसाद पीते समय उन्होंने मुंह को दुपट्टे से ढंक रखा था। दोपहर बाद तो भक्ति के सुरूर में श्रद्धालु मदहोश दिखे। हालत यह रही कि शराब का प्रसाद पीकर आसपास के खेतों में लोग बेसुध पड़े रहे। प्रसाद के रूप में मिली शराब पीने से एक व्यक्ति की नहर में गिरकर मौत हो गई। मृतक की पहचान नहीं हो पाई है।