Move to Jagran APP

काटजू के आधारहीन आरोपों की डीएमके ने की आलोचना

डीएमके ने प्रेस कांउसिल ऑफ इंडिया के अध्यक्ष और सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश मार्कंडेय काटजू के बेबुनियाद और आधारहीन आरोपों की आलोचना की है जिसमें काटजू ने यह आरोप लगया गया है कि यूपीए सरकार में शामिल रहे तमिलनाडु की एक राजनीतिक दल ने तथाकथित एक भ्रष्ट जज के लिए लामबंदी की थी। डीएमके प्रव

By Edited By: Updated: Tue, 22 Jul 2014 01:38 PM (IST)

चेन्नई। डीएमके ने प्रेस कांउसिल ऑफ इंडिया के अध्यक्ष और सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश मार्कंडेय काटजू के बेबुनियाद और आधारहीन आरोपों की आलोचना की है जिसमें काटजू ने यह आरोप लगाया गया है कि यूपीए सरकार में शामिल रहे तमिलनाडु की एक राजनीतिक दल ने तथाकथित एक भ्रष्ट जज के लिए लामबंदी की थी।

डीएमके प्रवक्ता टीकेएस एलानगोवेन ने कहा कि हम इस मामले को नजरअंदाज करने की मांग करते हैं क्योंकि काटजू ने अपने आरोपों में न तो पार्टी और न ही किसी जज का नाम लिया है। उन्होंने कहा कि इस आरोपों में कितनी सच्चाई है इस बात को पार्टी प्रमुख एम करुणानिधि ने अपने संज्ञान में लिया है और इस मामले को संसद में उठाया गया है। इसके अलावा पार्टी प्रमुख इस बात का निर्णय लेंगे की इस मामले में और क्या किया जा सकता है।

गौरतलब है कि काटजू के मुताबिक एक बड़े नेता को जमानत देने के इनाम में एक जज को मद्रास हाई कोर्ट का एडिशनल जज बनाया गया था।

काटजू के खुलासे से घिरी कांग्रेस

एआइएडीएमके ने मांगा था जज का सेवा विस्तार: हंसराज