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खराब रोड डिजाइन के लिए सजा भुगतने को रहें तैयार : गडकरी

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने आगाह किया है कि जिन सड़कों पर दुर्घटनाएं ज्‍यादा होती हैं उस सड़क की प्रोजेक्‍ट रिपोर्ट बनाने वाले विशेषज्ञों को भी दंड दिया जाएगा।

By Kamal VermaEdited By: Updated: Mon, 16 May 2016 09:48 PM (IST)

नई दिल्ली (जागरण ब्यूरो)। जिस सड़कों पर अधिक दुर्घटनाएं होंगी उनकी प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करने वाले विशेषज्ञों को भी सजा भुगतनी होगी। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने एक बार फिर इस चेतावनी को दोहराया और इस पर कानून लाने की बात कही।

राजमार्ग क्षेत्र में कार्य करने वाले संगठनों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए गडकरी ने कहा, ''मैं आप लोगों से विनती करता हूं कि कृपया सड़क का डिजाइन तैयार करते वक्त अत्यधिक सतर्कता बरतें। क्योंकि यदि आपकी डिजाइन की गई सड़क पर एक सीमा से अधिक हादसे हुए तो आप भी सजा पाएंगे। मैं इसका कानूनी बंदोबस्त करने जा रहा हूं। अब सड़क हादसों के लिए केवल ड्राइवर की लापरवाही या वाहन की फिटनेस को ही जिम्मेदार नहीं माना जाएगा। बल्कि सड़क बनाने वालों की जिम्मेदारी भी तय की जाएगी।''

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गडकरी ने कहा, ''मुझे यह बात बेहद चुभती है कि अपने देश में हर साल डेढ़ लाख लोग सड़क हादसों में मारे जाते हैं। इतने लोगों की मौत तो बड़े युद्धों में भी नहीं होती। इसके लिए अकेले ड्राइवर जिम्मेदार नहीं हो सकते। सड़कों की बनावट की भी इसमें बड़ी भूमिका है। राजमार्ग तेज गति वाहनों के लिए बनाए जाते हैं। इसलिए पैदल यात्रियों, पशुओं के पार करने के लिए जगह-जगह अंडरपास व ओवरब्रिज जरूरी हैं। आप सोच-समझकर डीपीआर बनाएं। मंत्रालय से यदि कोई डीपीआर में बदलाव के लिए कहे तो लिखित में मांगें।''

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गडकरी ने कहा, इन दिनों जब भी टीवी देखो किसी न किसी हादसे की खबर होती है। इस स्थिति को जारी नहीं रहने दिया जा सकता। कृपया पुरानी सोच से ऊपर उठें और नई तकनीकों का स्वागत करें। उन्होंने इस बात पर अफसोस जताया कि नई तकनीकों के बावजूद लोग उनका उपयोग नहीं करना चाहते। मसलन, बिटुमिन में थोड़ा प्लास्टिक कचरा मिलाने से बेहतर सड़कें बनती हैं। लेकिन इसे अपनाने को कोई तैयार नहीं है। जबकि मंत्रालय ने बिटुमिन में 7.8 फीसद प्लास्टिक का मिश्रण अनिवार्य कर दिया है। इसी तरह अधिसूचना के बावजूद आइरन स्लैग का उपयोग नहीं किया जा रहा है। सामग्रियों का हिसाब-किताब रखने के लिए शुरू किया गया एसेट मैनेजमेंट सिस्टम भी बेकार पड़ा है। उन्होंने जनता से ऐसे लोगों का पर्दाफाश करने की अपील की जो जानबूझकर सड़क निर्माण में देरी करते हैं।

गडकरी ने मंत्रालय के तीन पोर्टल लांच किए। इनमें इंटीग्रेटेड प्रोजेक्ट मैनेजमेंट इन्फारमेशन सिस्टम ई-पेस, इन्फ्रास्ट्रक्चर कन्सल्टेंसी फर्मो के प्रमुख अधिकारियों तथा विशेषज्ञों के बीच सेतु का कार्य करने वाला इन्फ्राकॉन तथा इन्फ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में सामग्रियों की खरीद आसान करने वाला इनामप्रो संव‌िर्द्धत पोर्टल शामिल हैं।