नजरबंद तृणमूल नेता अनुव्रत पर और कड़ा हुआ पहरा
चुनाव आयोग ने बीरभूम के जिला तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष अनुव्रत मंडल को रविवार शाम छह बजे तक अपने बूथ इलाके से बाहर नहीं जाने का निर्देश दिया है।
कोलकाता (राज्य ब्यूरो)। नजरबंद बीरभूम के जिला तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष अनुव्रत मंडल पर चुनाव आयोग ने पहरा और कड़ा कर दिया है। आयोग ने नजरबंदी के बाद नया निर्देश जारी करते हुए अनुव्रत को रविवार शाम छह बजे तक अपने बूथ इलाके से बाहर नहीं जाने का निर्देश दिया है। साथ ही तृणमूल जिला अध्यक्ष को 22 मई तक अपने विधानसभा क्षेत्र से बाहर नहीं जाने का भी निर्देश दिया गया है।
उप चुनाव अधिकारी दिव्येंदु सरकार ने कहा कि मतदान के दिन यह नियम सभी नेताओं पर लागू होता है, लेकिन अनुव्रत पर नजरबंदी की अवधि 22 मई तक रहेगी। इससे पहले शनिवार को पूरे दिन नजरबंदी से अनुव्रत बेपरवाह दिखे। शुक्रवार देर रात से ही अनुव्रत के घर के बाहर केंद्रीय बल व एक उप मजिस्ट्रेट पहुंच गए थे। शनिवार सुबह उनके घर के बाहर केंद्रीय बल, कैमरा मैन व उप मजिस्ट्रेट खड़े रहे और पीछे के रास्ते से अनुव्रत से मिलने पार्टी नेता व प्रत्याशी घर के भीतर आते-जाते रहे। इसके बाद वह विधानसभा क्षेत्रों के दौरे पर निकल पड़े। जाते समय उन्होंने कहा कि नजरबंदी से कुछ प्रभाव नहीं पडऩे वाला है। आयोग अपना काम कर रहा है, मैं अपना काम करूंगा।
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इस बीच शनिवार को उन्हें चौथी बार आयोग ने कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब मांगा। वहीं अनुव्रत ने नानूर स्थित पार्टी कार्यालय में बैठक की। बाहर डिप्टी मजिस्ट्रेट तन्मय दास खड़े रहे। केंद्रीय बल के जवान और वीडियोग्राफर भी बाहर खड़े रहे। रविवार को बीरभूम में होने वाले मतदान पर चुनावी रणनीति तय करने के लिए अनुव्रत ने बैठक की। अनुव्रत ने कहा कि उनकी दिनचर्या में कोई फर्क नहीं पड़ा है। उन्होंने पार्टी समर्थकों में गुड़-बताशा भी बांटा।
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गौरतलब है कि भाजपा नेत्री व बीरभूम के मयूरेश्वर से प्रत्याशी लॉकेट चटर्जी, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौैधरी और पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भïट्टचार्य के खिलाफ अनुव्रत मंडल ने समय-समय पर आपत्तिजनक टिप्पणी की है। इसी संदर्भ में चुनाव आयोग ने शनिवार सुबह उन्हें कारण बताओ नोटिस भेजकर जवाब देने को कहा।