गडकरी की टिप्पणी से चुनाव आयोग नाखुश
चुनाव आयोग ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की उस टिप्पणी पर शनिवार को नाखुशी जताई, जिसमें उन्होंने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान मतदाताओं को कथित रूप से रिश्वत स्वीकार करने को कहा था।
By Sachin kEdited By: Updated: Sun, 12 Oct 2014 07:24 AM (IST)
नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की उस टिप्पणी पर शनिवार को नाखुशी जताई, जिसमें उन्होंने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान मतदाताओं को कथित रूप से रिश्वत स्वीकार करने को कहा था।
आयोग ने अपने आदेश में कहा है कि आपका मकसद जो कुछ भी रहा हो इस तरह के बयान स्पष्ट रूप से हमारे चुनाव के साथ ही लोकतांत्रिक प्रक्रिया की पवित्रता को भी अपमानित करते हैं। इससे पहले आयोग ने इस मुद्दे पर गडकरी को 'कारण बताओ नोटिस' जारी किया था। इस आदेश में गडकरी के जवाब के अंश का भी उल्लेख है। अपनी नाखुशी का इजहार करते हुए चुनाव आयोग ने कहा है कि वह गडकरी से उम्मीद करता है कि भविष्य में जनता से अपनी बातचीत के दौरान और सतर्क रहें। आयोग के कारण बताओ नोटिस का जवाब देते हुए गडकरी ने चुनाव आयोग को कहा था कि उनके पूरे भाषण का आशय किसी भी तरह के गलत साधन के जरिये मतदाताओं को लुभाने या राजी करने की आलोचना करना था। ऐसा उन्होंने हास्य और व्यंग्य के जरिये किया। जवाब में उन्होंने मौजूदा सार्वजनिक जीवन में हास्य के समाप्त हो जाने का उल्लेख किया है।
उन्होंने लिखा है कि मैं आपसे आग्रह करूंगा कि मैं जिस मजाकिया लहजे में ऐसा कहा उस पर भी ध्यानपूर्वक विचार किया जाए। साथ ही, कहा है कि उन्हें चुनाव के आदर्श आचार संहिता के प्रति बहुत सम्मान है और उन्होंने कभी भी एक शब्द भी ऐसा नहीं बोला, जिसे आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के रूप में समझा जाए। चुनाव आयोग ने गडकरी के इस जवाब को यह कहते हुए खारिज कर दिया है कि आयोग उनके इस रुख को नहीं स्वीकार कर सकता।
गौरतलब है कि गडकरी ने गत पांच अक्टूबर को महाराष्ट्र के निलेनगा विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार के दौरान एक जनसभा में कहा था कि यदि कोई मतदाताओं को रिझाने के लिए रिश्वत देता है तो वे उसे स्वीकार कर लें और उसके बाद तय करें कि किस तरह से मतदान करना है। पढ़ें: गडकरी पर जूता फेंकने की कोशिश करने वाला हिरासत में नोट सबसे लो वोट भाजपा को दो बयान पर गडकरी को नोटिस