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आठवीं बाद आइटीआइ करने वालों को दसवीं पास माना जाएगा

पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई स्किल काउंसिल की पहली बैठक में फैसला लिया गया कि आठवीं पास करने के बाद आइटीआई का डिप्लोमा करनेवालों को दसवीं पास माना जाएगा।

By Rajesh KumarEdited By: Updated: Sat, 04 Jun 2016 09:35 AM (IST)

नई दिल्ली, [मुकेश केजरीवाल]। अब आठवीं पास करने के बाद आइटीआइ का डिप्लोमा करने वाले छात्रों को दसवीं पास और दसवीं पास करने के बाद आइटीआइ करने वालों को 12वीं पास के समकक्ष माना जाएगा। इस तरह उन्हें आगे के किसी पाठ्यक्रम में दाखिला लेने में आसानी हो सकेगी। यह फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई राष्ट्रीय स्किल काउंसिल की पहली बैठक के दौरान किया गया है।

शिक्षा को ज्यादा से ज्यादा हुनर से जोडऩे और युवाओं को कौशल विकास के लिए उत्साहित करने के लिहाज से यह कदम उठाया गया है। इसके तहत यह फैसला किया गया है कि छात्रों को इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (आइटीआइ) में डिप्लोमा की पढ़ाई करने के दौरान ही औपचारिक शिक्षा का भी फायदा मिल सके। ताकि वे इस डिप्लोमा को पूरा करने के बाद आगे की पढ़ाई करना चाहें तो उन्हें कोई असुविधा नहीं हो। आइटीआई के दो साल के डिप्लोमा में छात्र आठवीं या दसवीं के बाद दाखिला लेते हैैं। देश भर में लगभग 13 हजार आइटीआइ हैं, जिनमें लगभग दो लाख छात्र बिजली उपकरणों और टीवी एसी आदि ठीक करने से ले कर कंप्यूटर तक के पाठ्यक्रम कर रहे हैं।

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इस बारे में पूछे जाने पर मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने माना कि राष्ट्रीय स्किल काउंसिल की ओर से यह सिफारिश उनके मंत्रालय में आई है। साथ ही उन्होंने बताया कि इसे मंजूर भी कर लिया गया है। उन्होंने कहा, 'पहली बार आइटीआइ में पढऩे वाले छात्रों को गरिमा प्रदान करने का यह प्रयास किया गया है। इसके तहत प्रावधान किया गया है कि आइटीआइ के दौरान ही उन्हें ब्रिज कोर्स के जरिए एनआइओएस (राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान) का सर्टिफिकेट हासिल हो सके। इससे छात्रों को एक बड़ी सहायता यह होगी कि उच्च शिक्षा संस्थान में वे आसानी से दाखिला पा सकेंगे।‘

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में गुरुवार को स्किल काउंसिल की बैठक हुई थी। इस बैठक में यह भी तय किया गया है कि इन डिप्लोमा पाठ्यक्रमों को पूरा करने वालों को 'मुद्रा' योजना के तहत बैकों से लोन देने में भी प्राथमिकता दी जाए। इस योजना में युवाओं को अपना रोजगार शुरू करने के लिए आसान दरों पर बिना कुछ गिरवी रखे लोन दिया जाता है।