आचार संहिता उल्लंघन पर CEC का नोटिस, ममता ने कहा जनता देगी जवाब
चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी को आचार संहित उल्लंघन के आरोप में गुरुवार को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी को आचार संहित उल्लंघन के आरोप में गुरुवार को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इसके जवाब में ममता बनर्जी ने कहा है कि आयोग को जो करना है कर ले, वह नोटिस से डरने वाली नहीं हैं।
मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी ने यहां प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बताया- 'ऐसा संज्ञान में आया है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आसनसोल में नया जिला बनाने का वादा किया है। इसके बाद उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। उन्होंने कुछ ऐसी बातें भी की हैं, जिससे आचार संहिता का उल्लंघन हुआ है। उनकी ओर से जवाब दाखिले किए जाने के बाद कार्रवाई की रूपरेखा तय की जाएगी।'
बांग्ला नववर्ष के पहले ही दिन कारण बताओ नोटिस दिए जाने व कोलकाता पुलिस के आयुक्त (सीपी) पद से राजीव कुमार को हटाने को लेकर तृणमूल प्रमुख व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग को आड़े हाथों लिया। बीरभूम जिले के मुराराई व सिउड़ी की चुनावी सभा को संबोधित करते हुए ममता ने आयोग पर कांग्रेस, भाजपा और माकपा के इशारे पर कार्य करने का आरोप लगा दिया। साथ ही कहा कि वह नोटिस से डरने वाली नहीं हैं। इंच-इंच हिसाब लेने की बात मैंने कहीं थी और हजार बार कहूंगी।
आयोग के कारण बताओ नोटिस को ममता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इशारे पर बताया। कहा कि मैं इन बातों की परवाह नहीं करती। चुनाव आयोग एक के बदले 40 चिट्ठी भी भेजता है, तो उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ेगा। सभी को अपना मत रखने का स्वतंत्र अधिकार है। मैंने भी अपनी बातें रखी हैं। मैंने जो बातें कही थी उस पर अडिग हूं और फिर कहती हूं कि 19 मई के बाद तृणमूल के खिलाफ षड्यंत्र रचने और झूठे आरोप लगाने वालों से इंच-इंच बदला लिया जाएगा।
उन्होंने सफाई दी कि बदला लेने का मतलब हत्या नहीं होता। मैंने राजनीतिक रूप से षड्यंत्र का हिसाब जनता के मतदान से मिलने वाली जीत से चुकाने की बात कही थी। मुझे कोई आंख न दिखाए उससे मैं डरने वाली नहीं हूं। यदि कोई डरता है तो मैं गरजती हूं और कोई गरजता है तो मैं बरसती हूं।