किंगफिशर एयरलाइंस के पीएफ मामलों की भी होगी जांच
शराब कारोबारी विजय माल्या की मुश्किलें अभी कम होने वाली नहीं हैं। श्रम मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) किंगफिशर एयरलाइंस के पीएफ खातों में योगदान संबंधी मामलों की जांच करेगा।
नई दिल्ली। शराब कारोबारी विजय माल्या की मुश्किलें अभी कम होने वाली नहीं हैं। श्रम मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) किंगफिशर एयरलाइंस के पीएफ खातों में योगदान संबंधी मामलों की जांच करेगा।
भविष्य निधि के 7.62 लाख रुपये बकाया के भुगतान को लेकर ईपीएफओ पहले ही माल्या को नोटिस भेज चुका है। माल्या के स्वामित्व वाली किंगफिशर एयरलाइंस का अक्टूबर 2012 में संचालन रद कर दिया गया था।
श्रम मंत्रालय ने बयान में कहा है, 'प्रवर्तन अधिकारियों का एक दल किंगफिशर एयरलाइंस के कर्मचारियों के भविष्य निधि अंशदान संबंधी मामलों की जांच करेगा। सितंबर 2015 से कंपनी की ओर से कोई भी अंशदान नहीं किया गया है।' हालांकि मंत्रालय का कहना है कि उसे किंगफिशर एयरलाइंस के कर्मियों/यूनियनों की ओर से ईपीएफ देय का भुगतान नहीं करने के संबंध में कोई शिकायत नहीं मिली है।
बयान के अनुसार, 'अंतिम जांच में खुलासा हुआ था कि कंपनी ने दिसंबर 2012 तक कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ) और वेतन संबंधी अन्य देयों का भुगतान किया हुआ है। किंगफिशर एयरलाइंस ने मार्च 2012 में 6,185 कर्मचारियों का पीएफ अंशदान कर रखा है। दिसंबर 2012 में कर्मचारियों की संख्या धीरे-धीरे कम होकर 3,339 रह गई थी।' श्रम मंत्रालय के अनुसार, 'किंगफिशर एयरलाइंस लिमिटेड एक जनवरी, 2005 से ईपीएफओ में एक नियोक्ता के रूप में पंजीकृत है।'
इस सप्ताह के शुरू में श्रम मंत्री बंडारू दत्तात्रेय भी कह चुके हैं कि उनका विभाग जल्द ही एक जांच शुरू करेगा। इसमें यह पता किया जाएगा कि एयरलाइंस के संचालन के दौरान कर्मचारियों के पीएफ खातों में कंपनी की ओर से योगदान में गड़बड़ी हुई है या नहीं?