पूर्व विधायक वत्स भाजपा में शामिल
वर्ष के अंतिम दिन भाजपा ने कांग्रेस को करारा झटका दिया है। पूर्व विधायक डॉ. एससी वत्स सहित कई कांग्रेसियों को भाजपा ने अपने पाले में कर लिया है। वत्स ने कहा कि कांग्रेस में वैचारिक शून्यता की स्थिति है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी कार्यशैली से देश को मजबूती प्रदान
By Sudhir JhaEdited By: Updated: Thu, 01 Jan 2015 08:27 AM (IST)
नई दिल्ली। वर्ष के अंतिम दिन भाजपा ने कांग्रेस को करारा झटका दिया है। पूर्व विधायक डॉ. एससी वत्स सहित कई कांग्रेसियों को भाजपा ने अपने पाले में कर लिया है। वत्स ने कहा कि कांग्रेस में वैचारिक शून्यता की स्थिति है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी कार्यशैली से देश को मजबूती प्रदान कर रहे हैं। इसलिए उन्होंने भाजपा में शामिल होने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि वह भाजपा में आम कार्यकर्ता की हैसियत से शामिल हुए हैं। उन्हें टिकट की चाह नहीं है।
दिल्ली प्रदेश भाजपा के प्रभारी प्रभात झा ने कहा कि कांग्रेस के लिए यह सोचने का वक्त है कि डॉ. वत्स जैसे नेता पार्टी क्यों छोड़ रहे हैं। उनके भाजपा में शामिल होने से पार्टी को मजबूती मिलेगी। प्रदेश अध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने भाजपा में शामिल होने वाले नेताओं का स्वागत किया। कांग्रेस की निगम पार्षद ज्योति नितिन अग्रवाल, कांग्रेस नेता संदीप यादव, अशोक कुमार गुप्ता, इंद्रराज सिंह व रेखा वोहरा बहल, पीतमपुरा जैन समाज की प्रीति जैन, पूर्व आइआरएस अधिकारी एसपी सिंह एवं शिक्षाविद बीएन शर्मा ने भी भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। डॉ. वत्स शकूरबस्ती से कांग्रेस के टिकट पर दो बार विधायक रहे हैं, लेकिन पिछले वर्ष विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने उनका टिकट काट दिया था। विधानसभा में लोक लेखा समिति के अध्यक्ष रहते हुए उन्होंने दिल्ली में बिजली के निजीकरण मामले में जांच रिपोर्ट में दस हजार करोड़ रुपये की अनियमितता की बात कही थी। इस रिपोर्ट से तत्कालीन शीला दीक्षित सरकार की काफी फजीहत हुई थी। भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने के बाद वत्स ने कहा कि वह अपनी रिपोर्ट पर कायम हैं और हाई कोर्ट ने भी सरकार को आठ माह के अंदर रिपोर्ट के आधार पर की गई कार्रवाई की जानकारी सदन के पटल पर रखने का निर्देश दिया है। विधानसभा के गठन के बाद नई सरकार को इस बारे में स्थिति स्पष्ट करनी होगी। पढ़ेंः अध्यादेश के सहारे जमीन की खोज में कांग्रेस