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फेसबुक के चक्कर में लगा ली फांसी

नामकुम/रांची [संवाद सूत्र]। सोशल नेटवर्किंग साइट 'फेसबुक' कभी पुराने दोस्तों को मिला देता है, तो कभी सात समंदर पार परिणय सूत्र का तार जोड़ देता है। इस बार फेसबुक के नशे ने एक जीवन की डोर को ही तोड़ दिया। इस चक्कर में एक 17 वर्षीय छात्र प्रवीण रूंडा ने अपने आवास में ही स्कार्फ के सहारे खुदकुशी कर ली। वह नाम

By Edited By: Updated: Sat, 14 Dec 2013 10:32 AM (IST)
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नामकुम/रांची [संवाद सूत्र]। सोशल नेटवर्किंग साइट 'फेसबुक' कभी पुराने दोस्तों को मिला देता है, तो कभी सात समंदर पार परिणय सूत्र का तार जोड़ देता है। इस बार फेसबुक के नशे ने एक जीवन की डोर को ही तोड़ दिया। इस चक्कर में एक 17 वर्षीय छात्र प्रवीण रूंडा ने अपने आवास में ही स्कार्फ के सहारे खुदकुशी कर ली। वह नामकुम थाना क्षेत्र के बरगांवा का था।

छानबीन में यह बात सामने आई कि प्रवीण ने मेघा नाम की लड़की के नाम से एक फर्जी फेसबुक खाता खोला था। वह इस फेसबुक एकाउंट से लड़कों से चैटिंग करता था। उसने मोबाइल पर भी लड़कों से लड़की की आवाज में चैटिंग की थी। कुछ दिन पूर्व उसे खोजते हुए कुछ लड़के भी उसके घर पहुंच गए थे। वह मैट्रिक तक की पढ़ाई के बाद घर में ही रह रहा था।

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शुक्रवार की अपराह्न साढ़े चार से पांच बजे के बीच परिजन घर से बाहर थे। इसी बीच प्रवीण ने अपनी बहन रजनी को फोन कर बताया कि उसने लड़की बनकर बहुत लोगों को धोखा दिया है, अब उसे जीने का कोई हक नहीं है। वह खुदकुशी करने जा रहा है। इसपर रजनी ने कहा कि मां को कौन देखेगा, तब प्रवीण ने कुछ भी उत्तर नहीं दिया और फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। जब तक रजनी वहां पहुंचती प्रवीण की जान जा चुकी थी।

दो नंबर से भी आया कॉल

प्रवीण के मोबाइल पर दो अलग-अलग नंबरों से कॉल आया। कॉल करने वाले ने कहा कि उन्हें मेघा से बात करनी है। जब बहन ने बताया कि मेघा नहीं है, इसके बाद फोन कट हो गया। प्रवीण की बहन रजनी ने उक्त दोनों नंबर पुलिस को दे दिया है।

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