मुंबई हमले से भी ज्यादा खिंचा पठानकोट ऑपरेशन, 5 आतंकी ढेर बाकियों की तलाश
एनएसजी, सेना और एयरफोर्स के गरुड़ कमांडो ने यहां एयर फोर्स बेस में सोमवार को संयुक्त ऑपरेशन के दौरान पांचवें आतंकी को भी ढेर कर दिया। सुरक्षा बलों का यह ऑपरेशन 70 घंटे बाद भी, यानी मंगलवार तड़के तक जारी था।
By Rajesh KumarEdited By: Updated: Tue, 05 Jan 2016 07:37 AM (IST)
अशोक नीर, पठानकोट। एनएसजी, सेना और एयरफोर्स के गरुड़ कमांडो ने यहां एयर फोर्स बेस में सोमवार को संयुक्त ऑपरेशन के दौरान पांचवें आतंकी को भी ढेर कर दिया। सुरक्षा बलों का यह ऑपरेशन 70 घंटे बाद भी, यानी मंगलवार तड़के तक जारी था।
एयरबेस के रिहायशी बिल्डिंगों में एक या उससे अधिक आतंकियों के छिपे होने की आशंका के मद्देनजर सुरक्षा एजेंसियां बताने से इन्कार कर रही हैं कि यह ऑपरेशन कब तक चलेगा। आतंकियों के खिलाफ यह ऑपरेशन मुंबई के 26/11 से भी लंबा खिंचा है, वहां 60 घंटे लगे थे। जम्मू-कश्मीर से बाहर आतंकियों के खिलाफ सुरक्षा बलों का यह सबसे लंबा ऑपरेशन बताया जा रहा है। एयरबेस कैंप में घुसे आतंकियों में से चार को सुरक्षा बलों ने 24 घंटे में ही ढेर कर दिया था। एक आतंकी को मार गिराने के लिए सुरक्षा एजेंसियों को 60 घंटे से अधिक समय लग गया है। इस आतंकी हमले में एनएसजी के लेफ्टिनेंट कर्नल निरंजन पी. कुमार सहित सात जवान शहीद हुए हैं, जबकि 20 जवान घायल हैं।
आतंकी जैश के, ट्रेनिंग पाक में एनएसजी के आइजी ऑपरेशन मेजर जनरल दुष्यंत सिंह ने सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि एयरबेस में मौजूद हेलीकॉप्टर और लड़ाकू विमानों के साथ-साथ एयरफोर्स कर्मियों के क्वार्टरों को उड़ाने के लिए जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन ने साजिश रची थी।
सेना के अधिकारियों ने दावा कि समय रहते शुरू किए गए ऑपरेशन से एयरफोर्स की सभी संपत्तियां सुरक्षित हैं। एयरफोर्स कर्मियों के परिजनों को कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है। दुष्यंत सिंह ने दो टूक कहा कि जब तक सभी आतंकियों का सफाया नहीं किया जाता, संयुक्त ऑपरेशन जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी पाकिस्तान से ट्रेनिंग लिए हुए हैं।रिहायशी बिल्डिंग में ली थी शरण आतंकियों ने एयरफोर्स की एक रिहायशी बिल्डिंग में शरण ले रखी थी। लगातार गोलीबारी के कारण ये बिल्डिंग कई जगह से छलनी हो गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार बाद में इसको सेना ने ध्वस्त कर दिया। मारा गया पांचवां आतंकवादी इसी में छिपा हुआ था।कई बड़े धमाके और गोलाबारी सोमवार सुबह शुरू हुए ऑपरेशन के दौरान एयरबेस कैंप में कई बड़े धमाके हुए। सेना के कई जवान एयरबेस स्टेशन में भेजे गए। एयरफोर्स के हेलीकाप्टर व ड्रोन सुबह से एयरबेस कैंप के ऊपर उड़ान भरते रहे। रिहायशी स्थलों पर छिपे आतंकियों को ढूंढ़ने के लिए एनएसजी ने अभियान छेड़ा। इस अभियान के दौरान आतंकियों ने सुरक्षा बलों के साथ जबरदस्त गोलाबारी की। जवाब में एनएसजी तथा आर्मी ने भी आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब दिया।कई बार दहला एयर फोर्स बेस सोमवार सुबह आतंकियों को मार गिराने के लिए चलाए गए निर्णायक अभियान के दौरान एयर बेस स्टेशन कई बार दहला। एयरबेस स्टेशन के जिस रिहायशी स्थल पर वह छिपे हुए थे उसे गिराए जाने के बाद भारतीय सेना की एक बड़ी क्रेन बेस स्टेशन के भीतर गई। इससे पूर्व अमृतसर से आई फोरेंसिक साइंस की एक एम्बुलेंस जिसमें फोरेंसिक विभाग के डॉक्टर भी बैठे थे, वह भी एयरबेस स्टेशन पर पहुंचे। पंजाब पुलिस के डीजीपी सुरेश अरोड़ा, के साथ बार्डर रेंज के कई अधिकारी एयरबेस स्टेशन पर गए। इससे लगता था कि सेना ने अपना ऑपरेशन खत्म कर लिया है। सर्च अभियान के लिए आर्मी की कई जिप्सी गाडि़यां एवं हैवी व्हीकल में बैठे अधिकारी व जवान एयरबेस कैंप में गए।आतंकियों के पास भारी भरकम हथियार भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के साथ इतना लंबा मुकाबला करने वाले जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों के पास भारी-भरकम हथियार और गोला-बारूद भी है। बताया जाता है कि आतंकियों के पास पानी और खाने-पीने का पर्याप्त सामान भी है।320 जवानों ने लिया लोहा आतंकियों के खिलाफ 320 जवान सक्रिय ऑपरेशन में लगे हैं। इनमें एनएसजी, गरुड़ कमांडो और आर्मी के जवान शामिल हैं। सोमवार सुबह नेशनल सिक्योरटी गार्ड (एनएसजी), आर्मी व गरुड़ कमांडो के आठ कालम (प्रत्येक कालम में चालीस कमांडो), एक प्लाटून (दस सैनिक) के साथ पंजाब पुलिस के बॉर्डर जोन के सभी अधिकारियों और पुलिस बल ने संयुक्त अभियान चलाया।एयरबेस में कई लड़ाकू विमान एयरफोर्स के कमांडिंग अफसर जेएस धमून ने बताया कि एयरबेस स्टेशन एक लघु शहर है जहां घर, स्कूल, अधिकारियों के दफ्तर तथा उनके परिवारों के सैकड़ों सदस्य रहते हैं। एयरबेस में रूसी मूल के एमईजी-21, फाइटर जेट, एमआई-25, एमआई-35, हेलीकॉप्टरों के साथ-साथ मिलिट्री का कई सामान पड़ा हुआ है। आतंकियों के निशाने पर हेलीकॉप्टर व लड़ाकू विमान थे, लेकिन सब कुछ पूरी तरह सुरक्षित है।24 किमी में फैला है एयरबेस एयरबेस स्टेशन का कुल क्षेत्रफल 24 किलोमीटर का है। 2000 एकड़ में फैले हुए स्टेशन का कुछ हिस्सा ऐसा है जहां पर अभी भी सरकंडे हैं।पाक में हुई बात के फोन नंबर ट्रेस आतंकवादियों ने मोबाइल फोन के साथ पाकिस्तान में जिन नंबरों पर बातचीत की है, उन्हें ट्रेस कर लिया गया है। पंजाब पुलिस झाखोलाहड़ी के टोल प्लाजा पर लगे सीसीटीवी की भी फुटेज खंगाल रही है। शक है कि आतंकियों ने एसपी की गाड़ी का अपहरण करने के बाद टोल प्लाजा से भी गाड़ी निकाली थी।