2020 तक 20 हजार गांवों तक पहुंचेगी बिजलीः जेटली
आज मोदी सरकार ने वित्तीय वर्ष 2015-16 के लिए अपना पूर्ण बजट पेश किया। इस बजट में 20 हजार गांवों तक बिजली पहुंचाने का प्रस्ताव किया गया है। इसके अलावा पर्यटन उद्योग को भी इस बजट में खास तवज्जो दी गई है।
By anand rajEdited By: Updated: Sat, 28 Feb 2015 02:35 PM (IST)
नई दिल्ली। आज मोदी सरकार ने वित्तीय वर्ष 2015-16 के लिए अपना पूर्ण बजट पेश किया। इस बजट में 20 हजार गांवों तक बिजली पहुंचाने का प्रस्ताव किया गया है। इसके अलावा पर्यटन उद्योग को भी इस बजट में खास तवज्जो दी गई है। आइए अब जानते हैं वित्त मंत्री के पिटारे से उद्योग जगत को क्या क्या मिला।
ऊर्जा क्षेत्र इस बजट में रिन्युएबल एनर्जी (नवीन ऊर्जा) से 1.75 हजार मेगावाट बिजली बनाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके तहत 2020 तक ऑफ–ग्रिड सौर ऊर्जा सहित शेष 20 हजार गांवों में बिजली पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। - इस बजट में 5 नई अल्ट्रा मेगा बिजली परियोजना की शुरुआत करने का प्रस्ताव किया गया है। जिससे पांच हजार मेगावाट बिजली बनाने का लक्ष्य रखा गया है।
- बजट में लघु उद्योगों के लिए 20 हजार करोड़ का प्रस्ताव किया गया है। - इस सभी परियोजनाओं के लिए विनिवेश से फंड जुटाने की बात वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अपने बजट भाषण कही।
कोयला उद्योग बजट के दौरान कोयला क्षेत्र के लिए 75 हजार करोड़ रुपए का प्रस्ताव किया गया है।पर्यटन उद्योग मोदी सरकार के पहले आम बजट में पर्यटन मंत्रालय को खासी अहमियत मिली है। इसमें मुख्य बातें इस प्रकार हैं। विश्व सांस्कृतिक धरोहर स्थलों का जीर्णोंद्धार किया जाएगा। इनके लिए संसाधन उपलब्ध कराने का प्रस्ताव किया गया है: 1- पुराने गोवा के गिरिजाघरों और कॉन्वेन्टस 2- हम्पी, कर्नाटक 3- कुम्भलगढ़ और राजस्थान के अन्य किले 4- रानी की वाव, पाटन, गुजरात 5- लेह पैलेस, लद्दाख, जम्मू-कश्मीर 6. वाराणसी मंदिर शहर, उत्तर प्रदेश 7. जलियांवाला बाग, अमृतसर पंजाब 8. कुतुबशाही मकबरा, हैदराबाद, तेलंगाना - जेटली ने 43 देशों के यात्रियों को आगमन पर वीजा देने की सुविधा की सफलता के बाद 150 देशों के यात्रियों को यह सुविधा देने का प्रस्ताव किया है। पढ़ेंः बजट 2015 की 15 प्रमुख बातें जिसका आप पर पड़ेगा सीधा प्रभाव पढ़ेंःबजट 2015: जेटली ने इनकम टैक्स स्लैब में नहीं किया बदलाव