कश्मीर में सार्वजनिक संपत्ति नष्ट कर रहे छात्रों पर बल प्रयोग
छात्रों ने श्रीनगर-बारामुलाराष्ट्रीय राजमार्ग पर सैन्य वाहनों के काफिले को चारों तरफ से घेरते हुए उन पर हमला कर दिया।
By Ravindra Pratap SingEdited By: Updated: Mon, 08 May 2017 10:05 PM (IST)
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। दक्षिण कश्मीर से उत्तरी कश्मीर तक सोमवार सुबह विभिन्न स्थानों पर देश विरोधी नारेबाजी के साथ सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचा रहे छात्रों पर काबू के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा, जिसमें छह छात्र घायल हो गए। इसी बीच श्रीनगर-बारामुला राजमार्ग पर एचएमटी में सेना के जवानों को अपने काफिले को पथराव कर रही भीड़ से बचाने के लिए हवा में गोली भी चलानी पड़ी।
15 अप्रैल को पुलवामा में कॉलेज छात्रों व सुरक्षाकर्मियों के बीच हुई हिंसक झड़पों के बाद से वादी में छात्र कक्षाओं का बहिष्कार कर पथराव कर रहे हैं। हालात पर काबू पाने के लिए प्रशासन ने कई इलाकों में स्कूल व कॉलेज बंद रखा है। सोमवार को दक्षिण व उत्तरी कश्मीर के विभिन्न इलाकों में स्कूल और कॉलेजों के छात्र कक्षाओं का बहिष्कार कर देश विरोधी नारेबाजी करते हुए सड़कों पर निकल आए।यह भी पढ़ें: क्यों महबूबा ने कहा, सिर्फ पीएम मोदी ही हमें दलदल से निकाल सकते हैं बाहर
छात्रों ने श्रीनगर-बारामुलाराष्ट्रीय राजमार्ग पर सैन्य वाहनों के काफिले को चारों तरफ से घेरते हुए उन पर हमला कर दिया। स्थिति को भांपते हुए जवानों ने छात्रों को खदेड़ने के लिए हवा में गोली भी चलाई। इस बीच पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और छात्रों को वहां से खदेड़ दिया।इस दौरान त्राल, हंदवाड़ा और बडगाम में भी पथराव कर रही छात्रों की भीड़ पर काबू पाने के लिए पुलिस को लाठियों व आंसूगैस का सहारा लेना पड़ा। हालांकि पुलिस ने किसी के घायल होने की पुष्टि नहीं की है, लेकिन सूत्रों ने आठ छात्रों के जख्मी होने और सात छात्रों को हिरासत में लेने का दावा किया है।
विधायक का सचिवालय घेराव नाकाम, सात हिरासत मेंपुलिस ने सोमवार को सचिवालय का घेराव करने जा रहे निर्दलीय विधायक इंजीनियर रशीद को उनके सात समर्थकों संग हिरासत में ले लिया। अवामी इत्तेहाद पार्टी के चेयरमैन व लंगेट से निर्वाचित विधायक इंजीनियर रशीद ने मौजूदा गठबंधन सरकार पर सभी मोर्चो पर नाकाम रहने का आरोप लगाते हुए सचिवालय के घेराव का एलान किया था। गौरतलब है कि सर्दियों के छह माह शरदकालीन राजधानी जम्मू में रहने के बाद सोमवार को ग्रीष्मकालीन राजधानी में नागरिक सचिवालय खुला है।मुश्किल हालात से जल्द बाहर आएंगे हम : महबूबाराज्य ब्यूरो, श्रीनगर : मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने सोमवार को हालात सामान्य बनाने में सहयोग का आह्वान करते हुए कहा कि यह कोई पहला मौका नहीं है, जब कश्मीरियों को ऐसी स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। पहले भी ऐसे हालात बने हैं। इस बार भी हम जल्द मुश्किल हालात से बाहर आ जाएंगे।यह भी पढ़ें: गुजरात में कांग्रेस भी जीएसटी बिल के समर्थन मेंउन्होंने कुछ न्यूज चैनलों से ऐसी बहस न दिखाने का आग्रह किया, जो पूरे देश में कश्मीरियों की नकारात्मक छवि बनाती हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर पूरे देश की आत्मा और सिर का ताज है। ग्रीष्मकालीन राजधानी में नागरिक सचिवालय के छह माह बाद फिर से बहाल होने के मौके पर उन्होंने कहा कि सभी समस्याओं का हल है, लेकिन ¨हसा में नहीं बातचीत व अमन से। हम एक बार फिर मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं, लेकिन मुझे पूरा यकीन है कि जल्द ही यहां हालात सामान्य हो जाएंगे।