विदेशी सैलानी भी थे आतंकियो निशाने पर
लखनऊ [जाब्यू]। तहरीक-ए-तालिबान से प्रशिक्षित पाकिस्तानी आतंकी 'मिशन पूर्वाचल' के बाद दिल्ली, आगरा और वाराणसी में विदेशी सैलानियों को निशाना बनाने के नापाक मंसूबों से लैस थे। आतंकियों के पास से बरामद डायरी में दर्ज कूट संदेशों के विश्लेषण से यह पता चला है। सुरक्षा एजेंसियों को संदेह है कि 'गैर मुसल्ला' शब्द का अर्थ कहीं विदेशी निह
By Edited By: Updated: Sun, 30 Mar 2014 02:12 AM (IST)
लखनऊ [जाब्यू]। तहरीक-ए-तालिबान से प्रशिक्षित पाकिस्तानी आतंकी 'मिशन पूर्वाचल' के बाद दिल्ली, आगरा और वाराणसी में विदेशी सैलानियों को निशाना बनाने के नापाक मंसूबों से लैस थे। आतंकियों के पास से बरामद डायरी में दर्ज कूट संदेशों के विश्लेषण से यह पता चला है। सुरक्षा एजेंसियों को संदेह है कि 'गैर मुसल्ला' शब्द का अर्थ कहीं विदेशी निहत्थे सैलानी तो नहीं था।
गोरखपुर से आतंकी अब्दुल वलीद, फहीम उर्फ मोहम्मद ओवैस की गिरफ्तारी के बाद उप्र में आतंकवाद गतिविधियों का जिन्न फिर जाग उठा है। सूत्रों का कहना है कि दोनों पाकिस्तानी आतंकी पश्तो मिश्रित उर्दू बोलते हैं, जिससे उनसे पूछताछ में मुश्किलें आ रही है। इतना जरूर साफ हो रहा है कि पूर्वाचल का मिशन सफल होने पर ये लोग दिल्ली, वाराणसी और आगरा पहुंचने वाले विदेशी सैलानियों को निशाना बनाते। इनके पास से बरामद डायरी में जो फोन नंबर मिले हैं, उनकी लोकेशन उत्तर प्रदेश के अलावा दूसरे राज्यों में पायी गयी है, लेकिन कुछ नंबर पूर्वाचल के शहरों में कुछ-कुछ दिन चले हैं। आतंकियों से पूछताछ कर रहे एटीएस के अधिकारी दबी जुबान में स्वीकार करते हैं कि देश में घुसने से पहले इन्होंने यहां जिन लोगों से कूट शब्दावली में बातचीत की है, उसका विश्लेषण चल रहा है। इसमें सबसे ज्यादा बार 'गैर मुसल्ला' शब्द का इस्तेमाल है। इसका पहला अर्थ निहत्थे पुलिस वाले निकाला गया। फिर रैलियों की भीड़ माना गया। अब रिमांड में दोनों से पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर इस शब्द का अर्थ निहत्थे विदेशी सैलानी निकाला जा रहा है। पढ़ें : आतंकी खतरे के साये में पूर्वाचल