NSG में भारत को बड़ी सफलता, यूएस के बाद फ्रांस भी अाया सपोर्ट में
अब फ्रांस ने भी एनएसजी में भारत की सदस्यता की वकालत की है। इधर, भारत को मिल रहे चौतरफा सपोर्ट से पाकिस्तान बौखला गया है।
नई दिल्ली। सिओल में न्यूक्लियर सप्लायर ग्रुप (एनएसजी) देशों की बैंठक से पहले भारत को एक और देश का सपोर्ट मिला है। अब फ्रांस ने भी भारत की सदस्यता की वकालत की है। इधर, भारत को मिल रहे चौतरफा सपोर्ट से पाकिस्तान बौखला गया है।
वहां के नेशनल सिक्युरिटी एडवाइजर (एनएसए) नसीर खान जंजुआ ने चेतावनी दी है कि एनएसजी को लेकर अमेरिका जितना भारत का सपोर्ट करेगा, उतनी पाकिस्तान की चीन से नजदीकी बढ़ेगी। दरअसल पाक, अमेरिका के भारत को सपोर्ट करने से तिलमिलाया हुआ है।
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इधर, दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में कल होने वाली परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) देशों की पूर्ण बैठक से पहले भारत के प्रयासों को मजबूत करने के लिए विदेश सचिव एस जयशंकर सियोल के लिए रवाना हो गए हैं। भारत को उम्मीद है वह चीन और कुछ अन्य देशों के विरोध के बावजूद भी वह एनएसजी की सदस्यता हासिल करने में कामयाब रहेगा।
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सोमवार से शुरू हुई 48 देशों के समूह वाली एनएसजी समूह की बैठक पर नजदीकी नजर रखने वाले विदेश सचिव एस जयशंकर इस ग्रुप में भारत की सदस्यता के लिए प्रयासों को तेज करने हेतु आज दक्षिण कोरिया की राजधानी के लिए रवाना हो गए हैं। सूत्रों का कहना है कि विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी अमनदीप सिंह गिल, जिनके पास 'निरस्त्रीकरण और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा ' का भी प्रभार है, वो पहले से ही सियोल में हैं।
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