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लैंड बिल पर गडकरी ने दिया सोनिया व अन्ना को खुली बहस का न्योता

भूमि अधिग्रहण बिल पर चौतरफा घिरी राजग सरकार के मंत्री नितिन गडकरी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और गांधीवादी अन्ना हजारे सहित राजनीतिक दल के नेताओं से इस मुद्दे पर खुली बहस करने का अनुरोध किया है। सरकार इस विधेयक को अन्ना लोकसभा में पास करा चुकी है लेकिन उसके

By Sudhir JhaEdited By: Updated: Thu, 19 Mar 2015 03:42 PM (IST)
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नई दिल्ली। भूमि अधिग्रहण बिल पर चौतरफा घिरी राजग सरकार के मंत्री नितिन गडकरी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और गांधीवादी अन्ना हजारे सहित राजनीतिक दल के नेताओं से इस मुद्दे पर खुली बहस करने का अनुरोध किया है। सरकार इस विधेयक को लोकसभा में पास करा चुकी है लेकिन उसके लिए इस बिल को राज्यसभा में पास कराना मुश्किल हो रहा है, क्योंकि राज्यसभा में सरकार को बहुमत नहीं है।

उधर, कांग्रेस पार्टी मौके को भांपकर सरकार को इस मुद्दे पर बैकफुट पर लाने की कोशिश में जुट गई है। इस काम में कांग्रेस को अन्य विपक्षी पार्टियों का भी भरपूर सहयोग मिल रहा है। इस बात का अनुमान दो दिन पहले सोनिया के नेतृ्त्व में संसद से राष्ट्रपति भवन तक निकाले गए मार्च से लगाया जा सकता है। इस मार्च में कांग्रेस सहित 14 पार्टियां शामिल थी।

अब सरकार के खिलाफ इस अभियान में कांग्रेस को गांधीवादी अन्ना हजारे का सहयोग भी मिलता दिख रहा है। सरकार को घेरने में अब दोनों पास आते दिख रहे हैं। एेसे में सरकार की परेशानी बढ़ती जा रही है। उधर सरकार भी इस बिल पर झुकने को तैयार नहीं है।

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कभी सोनिया गांधी की कांग्रेस के खिलाफ जंतर मंतर पर धरने पर बैठे अन्ना ने कांग्रेस अध्यक्ष से सहयोग मांगा है। सोनिया को पत्र लिखकर हजारे ने राज्यसभा में भूमि विधेयक को पारित न होने देने की अपील की है। हजारे के जवाब में सोनिया ने उन्हें 14 पार्टियों के साथ विरोध मार्च का उल्लेख करते हुए बिल को पास न होने देने की बात कही है।

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